आगरा. महिला थाने में एक ऐसा रूम बनाया गया है, जहां ड्यूटी पर जाने से पहले वर्दीधारी मम्मियां अपने बच्चों को बेफिक्र होकर छोड़ सकती हैं. इस रूम को नाम दिया गया है हैप्पी किड्स. यह क्रेच रूम 2021 में तत्कालीन आगरा एसएसपी बबलू कुमार की पत्नी ज्योत्स्ना ने डिजाइन किया था. महिला थाने में 50 से ज्यादा महिला कॉन्स्टेबल काम करती हैं. इनमें से कई के छोटे बच्चे हैं. कई महिला पुलिसकर्मी ड्यूटी पर अपने बच्चों को लेकर जाती थीं. अब बेफिक्र होकर महिला पुलिसकर्मी अपने बच्चों को क्रेच छोड़कर ड्यूटी कर रही हैं.कई इलाकों में महिला पुलिसकर्मियों के साथ बच्चों की देखभाल की समस्या पेश आ रही थी. अब इन वर्दीधारी मांओं के लिए महिला थाने में बना क्रेच बड़ी राहत साबित हो रहा है. 30 बच्चों की क्षमता वाले क्रेच में बच्चों के खेलने, कूदने से लेकर उनके पढ़ने तक के सभी इंतजाम व सामान हैं. इस रूम को इस तरह बनाया गया है कि यहां पहुंचते ही बच्चे मगन हो जाएं. दीवारों को सुंदर कार्टूनों के साथ पेंट किया गया है. कई ऐसे स्पीकर्स लगाए गए हैं, जिनसे खेल-खेल में बच्चे पढ़ाई कर सकें.
महिला थाने की थाना अध्यक्ष डेजी पंवार ने बताया जब पति और पत्नी दोनों ही पुलिस की नौकरी में होते हैं, तो बच्चों की देखभाल का प्रश्न उठता है. महिला पुलिस कर्मियों के पास बच्चों को अपने साथ ड्यूटी पर ले जाने के अलावा कोई और ऑप्शन नहीं होता था. क्रेच इन बच्चों के लिए बेहद सुरक्षित स्थान है. महिला पुलिसकर्मी ड्यूटी से पहले बच्चों को यहां छोड़ जाती हैं और लौटने पर यहीं से बच्चों को घर ले जाती हैं.पंवार के मुताबिक यहां बच्चों के लिए अलग से वॉशरूम है, खेलकूद व पढ़ाई की चीजें हैं. चार महिला कॉन्स्टेबल सादा कपड़ों में बच्चों की देखभाल करती हैं. कई बड़े अधिकारी भी अपने बच्चों को क्रेच रूम में छोड़कर जाते हैं. पंवार ने कहा वह खुद भी समय मिलने पर बच्चों की देखरेख करती हैं. पुलिस फैमिली वेलफेयर की तरफ से यह क्रेच बनाया गया है. फिलहाल आधा दर्जन से ज्यादा बच्चे यहां रोज आ रहे हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : January 19, 2023, 16:20 IST
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