Sunlight Connection With Heart Attack: आधुनिक समय में बढ़ती बीमारियों के साथ वैज्ञानिक भी इनका समाधान या इलाज खोजने में पीछे नहीं रहते हैं. बीते कुछ समय से दिल संबंधी बीमारियां इतनी बढ़ गई हैं, कि बुजुर्ग के साथ-साथ अब नौजवान भी इसका तेजी से शिकार हो रहे हैं. ऐसे में इसकी सबसे बड़ी वजह हमारा खराब खानपान और गड़बड़ जीवनशैली है. आपको बता दें, हाल ही में एक नई स्टडी में सामने आया कि विटामिन-डी की कमी भी दिल की बीमारी को बढ़ावा देती है. विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्त्रोत है, धूप. जी हां, अगर आप धूप में बिल्कुल नहीं निकलते तो आज से ही इस आदत को बदल सकते हैं.
आजकल की बिजी लाइफ और ऑफिस वर्कलोड के चलते लोग नैचुरल चीजों से वंचित रह जाते हैं. दिन-दिन ऑफिस में बैठकर काम करने की वजह से धूप में निकलना लोगों के लिए संभव नहीं होता. ऐसे में हाल ही में हुई इस स्टडी पर अगर गौर किया जाए तो ऐसे कई संकेत हैं जो ये साफ बताते हैं, कि विटामिन डी के कम स्तर और हृदय संबंधी घटनाओं और स्ट्रोक की उच्च दर के बीच गहरा संबंध है. इस स्टडी ने ये साबित किया कि विटामिन-D की कमी उच्च रक्तचाप और सीवीडी के जोखिम को बढ़ा सकती है.
विटामिन डी की कमी से दिल की बीमारी का खतरा (Vitamin D Deficiency Lead To Heart Disease)
अभी तक हम सभी यह जानते थे कि अगर किसी व्यक्ति के शरीर में विटामिन डी की कमी है, तो वह हड्डियों और मांसपेशियों के कमजोर होने का संकेत है. लेकिन हाल में हुए इस स्टडी से पता चला कि विटामिन डी की कमी से उच्च रक्तचाप, कन्जेस्टिव हार्ट फैलियर और दिल से जुड़ी कई बीमारी हो सकती हैं. वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार, जिन लोगों में विटामिन डी का स्तर निम्न होता है, उनमें हृदय रोग का जोखिम 60% तक बढ़ सकता है. साथ ही हार्ट फेल्योर को विटामिन बी की कमी से भी जोड़ा जा सकता है.
बॉडी में विटामिन डी की कमी को ऐसे करें पूरा (How To Maintain Vitamin D In Body)
ये बात तो लगभग सभी को ज्ञात होगी कि सूरज की रोशनी में भरपूर विटामिन डी होता है. यह इसका मुख्य स्रोत है, लेकिन हमारे द्वारा उपरोक्त बताए गए कथन के अनुसार, सभी लोगों के लिए धूप में निकलना संभव नहीं हो पाता है. ऐसे में इस कमी को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट की आवश्यकता होती है. विटामिन डी एक आवश्यक पोषक तत्व है, विटामिन डी प्राप्त करने के लिए कुछ अच्छे स्रोत जैसे मछली, सेलमोन, सार्डिन, हेरिंग और मैकरेल के साथ-साथ रेड मीट अंडे की जर्दी और फोर्टीफाइड फूड का सेवन करना चाहिए. कोशिश करें कि आप दिन में आधे घंटे धूप में जरूर बैठें.
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