भारत में रैप म्यूजिक को आम जनता तक पहुंचाने का काम हनी सिंह ने किया था. हनी सिंह के गानों का ही असर था कि बॉलीवुड भी अपनी फिल्मों में रैप सॉन्ग को शामिल करने पर मजबूर हो गया. हनी सिंह के गाने फिल्में, डिस्को, पब, डीजे-पार्टी या गाड़ी हर तरफ बजते सुनाई देते थे. मगर फिर अचानक हनी सिंह इंडस्ट्री से गायब हो गए और उनके गाने आने बंद हो गए थे. जब इस बदलाव का कारण पता चला, तो पूरी म्यूजिक इंडस्ट्री और हनी सिंह के फैन्स को तगड़ा झटका लग गया था. हनी सिंह को बाइपोलर डिसऑर्डर की बीमारी थी. जिसे उन्होंने अपनी जिंदगी का सबसे डरावना दौर बताया.
क्या होती है बाइपोलर डिसऑर्डर की बीमारी?म्यूजिक सेंसेशन Yo Yo Honey Singh की तरह टीवी एक्ट्रेस शमा सिकंदर, ब्रिटिश कॉमेडियन रसेल ब्रांड जैसे सेलिब्रिटीज को भी बाइपोलर डिसऑर्डर की बीमारी रही है. हेल्थलाइन के मुताबिक, बाइपोलर डिसऑर्डर एक मानसिक बीमारी है, जिसमें मरीज का मूड गंभीर तरीके से बार-बार बदलता रहता है. इसमें मरीज को डिप्रेशन के एपिसोड्स भी झेलने पड़ते हैं. यह एक ऐसी समस्या है, जिसके कारण व्यक्ति ऑफिस जाने, काम करने, स्कूल जाने जैसी जरूरी चीजों से भी दूर भागने लगता है.
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बाइपोलर डिसऑर्डर के लक्षण- symptoms of bipolar disorderहेल्थलाइन बताती हैं कि बाइपोलर डिसऑर्डर के कारण मरीज में इमोशनल, फिजिकल और मेंटल दिक्कतें दिख सकती हैं. जैसे-
बहुत ज्यादा उदास होना
बहुत ज्यादा एनर्जी होना
गैर-कानूनी मादक पदार्थों का सेवन
बेउम्मीद महसूस होना
आत्महत्या के विचार आना
कम या बहुत ज्यादा सोना
किसी काम में मन ना लगना
मोटापा
माइग्रेन, आदि
बाइपोलर डिसऑर्डर के प्रकारहेल्थ बेस्ड वेबसाइट के मुताबिक, बाइपोलर डिसऑर्डर बच्चों, पुरुषों या महिलाओं किसी को भी हो सकता है. जिसके निम्नलिखित प्रकार हो सकते हैं. जैसे-
बाइपोलर I
बाइपोलर II
साइक्लोथाइमिया
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बाइपोलर डिसऑर्डर के कारण
बाइपोलर डिसऑर्डर के पीछे आनुवांशिक कारण हो सकते हैं. मसलन, अगर आपकी फैमिली में किसी को यह समस्या है या रही है, तो आपको भी इसका खतरा हो सकता है.
ब्रेन स्ट्रक्चर में गड़बड़ी होने के कारण भी बाइपोलर डिसऑर्डर की समस्या हो सकती है.
अत्यधिक तनाव, ट्रॉमा या शारीरिक बीमारी के कारण भी यह मानसिक समस्या विकसित हो सकती है.
बाइपोलर डिसऑर्डर का इलाजमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हनी सिंह ने बताया था कि उन्होंने दो-तीन लोगों से मिलने में भी डर लगने लगता था. इसलिए, एक्सपर्ट दवाओं के साथ विभिन्न थेरेपी की मदद से बाइपोलर डिसऑर्डर का इलाज करते हैं.
मूड को स्थिर रखने वाली दवाएं
एंटी-डिप्रेसेंट दवाएं
कॉग्नीटिव बिहेवियरल थेरेपी
साइकोएजुकेशन
इंटरपर्सनल एंड सोशल रिदम थेरेपी
इलेक्ट्रोकंवल्सिव थेरेपी
नींद की दवाएं
एक्यूपंक्चर
जीवनशैली में बदलाव, आदि
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.