रिपोर्ट: विशाल भटनागरमेरठ.क्रिसमस (Christmas 2022) के त्योहार को लेकर मेरठ के सभी चर्चों में खास तैयारी की जा रही है, जिससे कि जो भी लोग यहां प्रभु यीशु का जन्मदिन मनाने आएं, वह धूमधाम के साथ इस दिन को मना सकें. साथ ही विशेष प्रार्थना में भी सम्मिलित हो सकें. सभी चर्च रोशनी से जगमगाए हुए हैं. वहीं जिस चरनी में मसीहा का जन्म होगा. उसको भी विशेष रूप से तैयार किया जा रहा है. इसी कड़ी में 153 साल पुराने सेंट थॉमस चर्च (Saint Thomas Church Meerut) की बात की जाए, तो इस चर्च में भी काफी भव्य रूप से तैयारियां की गई हैं क्योंकि शहर भर के ईसाई समाज के लोगों के साथ-साथ अन्य समाज के लोग भी बड़ी संख्या में यहां प्रार्थना में पहुंचते हैं.भारतीयों के लिए बनाया गया था चर्चसेंट थॉमस चर्च के फादर परितोष अभिषेक ने बताया कि यह चर्च भारतीय ईसाई समाज के लोगों के लिए 153 साल पहले सन 1869 में बना था, जिससे कि सभी लोग यहां पर विशेष रूप से प्रार्थना कर सकें. अंग्रेजी हुकूमत के दौर में बने इस चर्च की बनावट लोगों को खासा अपनी तरफ आकर्षित करती है.क्रिसमस पर होगा विशेष प्रार्थना का आयोजनक्रिसमस के अवसर पर प्रभु यीशु मसीह के जन्मदिन को लेकर विशेष रूप से प्रार्थना का आयोजन भी किया जाएगा. इतना ही नहीं, इससे एक दिन पहले भी 24 दिसंबर को भी रात के समय विशेष रूप से प्रार्थना की जाती है, जिसमें ईसाई समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल होते हैं.बीते दो साल की बात की जाए, तो कोविड के चलते यहां सांकेतिक आयोजन किए गए. अबकी बार भव्य रूप से तैयारियां की गई हैं, जिससे कि इस साल क्रिसमस को धूमधाम से मनाया जा सके.सरधना के ऐतिहासिक चर्च के 200 साल पूरेबताते चलें कि उत्तर प्रदेश के मेरठ में कई ऐतिहासिक चर्च हैं. सरधना के मशहूर चर्च को 200 साल पूरे हो चुके हैं. वही सेंट थॉमस चर्च को भी 153 साल हो गए है. यहां पर भी देश-विदेश से सैलानी घूमने के लिए आते हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : December 24, 2022, 15:08 IST
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