रिपोर्ट : पीयूष शर्मा
मुरादाबाद. पेंशन योजना में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए चल रही आधार प्रमाणीकरण की मुहिम रंग ला रही है. जिले में 3931 लाभार्थियों के अभिलेखों में गड़बड़ी मिली है. लिहाजा इन सभी की पेंशन पर तलवार लटक गई है. अब प्रोबेशन विभाग ने जांच शुरू कर दी है.
राज्य सरकार की ओर से निराश्रित महिला पेंशन योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को 1000 प्रति माह के हिसाब से तिमाही पेंशन जारी की जाती है. योजना में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए और पारदर्शिता लाने के लिए शासन ने योजना को ऑनलाइन करते हुए पेंशन लाभार्थियों को आधार प्रमाणीकरण कराने के निर्देश दिए थे.
71 प्रतिशत ही पूरा हुआ प्रमाणीकरण
अप्रैल में यह कार्य शुरू हुआ लेकिन कर्मचारियों की सुस्ती के चलते अब तक प्रमाणीकरण 71 प्रतिशत ही पूरा हो पाया है. अक्टूबर माह में शासन ने जिले के 50729 निराश्रित महिलाओं के खाते में वित्तीय वर्ष की पहली किस्त जारी भी कर दी है.
1442 मृतक ले रही थीं पेंशन
जिला प्रोबेशन अधिकारी राजेश गुप्ता ने News18 Local को बताया कि निराश्रित विधवा पेंशन में वार्षिक सत्यापन प्रक्रिया की जाती है. यह प्रत्येक वर्ष की जाती है, ताकि पात्र और अपात्र लाभार्थियों का पता लगाया जा सके. सत्यापन प्रक्रिया से बहुत सी गड़बड़ियों का पता लगता है. जैसे कुछ विधवाएं दूसरी शादी कर लेती हैं. इसके अलावा कुछ की मृत्यु हो जाती है. इस तरह से तरह-तरह की त्रुटियां सामने आती हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए सत्यापन प्रक्रिया की जाती है. प्रत्येक वर्ष पुराने लाभार्थियों का सत्यापन कराया जाता है कि कितने मृतक हैं. इसके साथ ही कितने लोगों का सत्यापन है. ताकि उसे काट के नए आवेदन स्वीकृत करा सकें. इस वर्ष में 1442 ऐसे लाभार्थियों के नाम सामने आए, जिनकी मृत्यु हो चुकी है. जाहिर है कि इसके बाद इनकी पेंशन रोक दी गई है. इसके साथ ही इनकी मौत के बाद जो पेंशन इनके नाम जारी की गई है, उसको बैंक से मंगाने का प्रयास किया जा रहा है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Moradabad News, Pension fund, UP newsFIRST PUBLISHED : December 22, 2022, 18:57 IST
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