what is anti inflammatory diet know how it benefits the body nsmp | क्या है एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट? जानें किस तरह बॉडी को होता है इसका फायदा

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Anti-Inflammatory Diet: हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होना बहुत जरूरी है, नहीं तो बीमारी हर थोड़े समय के बाद दस्तक देती रहती है. बता दें बॉडी में एक ऐसी चीज मौजूद होती है, जो शरीर को बीमारियों से लड़ने और उसे सुरक्षित रखने में मददगार होता है. इस कहते हैं इंफ्लेमेशन. इसलिए इंफ्लेमेशन को ट्रीटमेंट प्रोसेस का एक हिस्सा कह सकते हैं. जब कभी भी हमारा इम्यून सिस्टम अपना काम ढंग से करने में सक्षम नहीं होता तो इसका मतलब होता है कि इंफ्लेमेशन का स्तर घटने लगता है. क्रॉनिक इंफ्लेमेशन की समस्या सोरायसिस, आर्थराइटिस और अस्थमा जैसी बीमारियों के कारण होता है. आप अपनी डाइट में जरूरी बदलाव करके इंफ्लेमेशन के लक्षणों को मैनेज कर सकते हैं. आइये जानते हैं क्या है एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट और इसके बारे में सबकुछ…
क्या है एंटी इनफ्लेमेटरी डाइट?
एंटी इनफ्लेमेटरी डाइट में प्लांट बेस्ड सभी चीजें शामिल होती हैं. जैसे फल, सब्जियां और ओमेगा-3 फैटी एसिड वाले फूड आदि. इसके अलावा इसमें साबुत अनाज, लीन प्रोटीन, हेल्दी फैट और तरह-तरह के मसाले भी शामिल रहते हैं. एंटी इनफ्लेमेटरी डाइट में प्रोसेस्ड फूड, रेड मीट और अल्कोहल जैसी चीजें शामिल नहीं होती हैं. 
ऐसे मेंटेन करें इंफ्लेमेशन 
1. ऑयली फिश जैसे कि टूना और साल्मन2. ब्लूबैरी, ब्लैकबैरी, स्ट्रॉबैरी और चैरी जैसे फल3. केल, पालक और ब्रॉकली जैसी हरी सब्जियां4. फलीदार सब्जियां5. नट्स और सीड्स6. ऑलिव ऑयल7. फाइबर युक्त चीजें
आपको बता दें, डॉक्टर्स का कहना है कि जब हम अनहेल्दी चीजें खाते हैं तो बॉडी में फ्री रेडिकल्स के निर्माण को बढ़ावा मिलता है. जिसमें कुकिंग ऑयल एक बेस्ट उदाहरण है, जिसे बार-बार इस्तेमाल में लाया जाता है. हालांकि इसके अलावा भी कई अन्य ऐसी चीजें हैं जो फ्री रेडिकल्स की मात्रा को बढ़ाते हैं, जैसे कि तनाव और धूम्रपान, नशापान फ्री रेडिकल्स हमारी कोशिकाओं को डैमेज करते हैं. ये डैमेज ही शरीर में इंफ्लेमेशन से जुड़ी समस्या की असल वजह होता है.
दरअसल, जब हम हेल्दी फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो इसमें पाए जाने वाले डाइट्री ऑक्सीडेंट्स ऐसे अणु होते हैं जो शरीर से इन फ्री रेडिकल्स को बाहर निकालते हैं. जिस किसी के भी बॉडी में इंफ्लेमेशन से जुड़ी समस्या हो जाए, तो ऐसे में आप मरीज की डाइट में कुछ खास चीजें शामिल कर सकते हैं. इसमें न्यूट्रिएंट्स और एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर चीजों को डाइट में शामिल करें. 
Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.



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