Mustard Oil Benefits: सरसों का तेल एक ऐसी चीज है, जो हर भारतीय घर में आसानी से मिल जाती है. हम सभी ने सरसों के तेल के साथ प्रेम या घृणा के रिश्ते का अनुभव किया है क्योंकि हम जानते हैं कि यह तेल कितना उपयोगी और फायदेमंद होता है. कई लोगों ने अपने किचन में सरसों के तेल की जगह ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल किया है, लेकिन सरसों के तेल के इन 5 कमाल के आयुर्वेदिक फायदों को जानकर आप हैरान हो जाएंगे.
1. जोड़ों के दर्द और स्किन इंफेक्शनसरसों का तेल प्राकृतिक दर्द निवारक है. यह जल्दी से सूजन को कम करता है और जोड़ों के दर्द को खत्म करता है. यह तेल एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है. इससे पूरे शरीर में ब्लड के फ्लो को उत्तेजित करता है. सरसों का तेल से रोज मालिश करने पर गठिया के दर्द से राहत मिल सकती है. इसके अलावा, सरसों के तेल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटीफंगल विशेषताएं भी होती हैं, जिनका इस्तेमाल करने से विभिन्न प्रकार की स्किन बीमारियों का इलाज किया जा सकता है.
2. नेचुरल उत्तेजक (stimulant)सरसों का तेल अत्यंत शक्तिशाली उत्तेजक है. उत्तेजक एक पदार्थ है, जो शरीर में शारीरिक और नर्वस सिस्टम गतिविधि के लेवल को बढ़ाता है. सरसों के तेल का सेवन लिवर और तिल्ली को पित्त और पाचक रस छोड़ने के लिए प्रेरित करता है. इससे डाइजेस्टिव सिस्टम ठीक होता है और हमारा एनर्जी लेवल बूस्ट होता है.
3. हेयर फॉलसरसों के तेल के इस्तेमाल से आप अपने रूखे, डल और झड़ते बालों से निजात पा सकते हैं. आयुर्वेदिक विशेषज्ञ के अनुसार सरसों का तेल प्रोटीन और ओमेगा-3 अनसैचुरेटेड फैट से भरपूर होता है, जो बालों के विकास और पोषण के लिए महत्वपूर्ण सप्लीमेंट है. इसके अलावा, तेल के एंटीफंगल और जीवाणुरोधी गुण गंजापन और स्कैल्प की समस्याओं को रोकने में मदद करते हैं. नारियल के तेल में सरसों का तेल मिलाकर अपने सिर की मालिश करने से बालों की जड़ें मजबूत होंगी, जिससे बालों का गिरना कम होगा.
4. फटी एड़ियों और हेल्दी स्किनसर्दियों के मौसम में फटी एड़ियां और फटे नाखून की समस्या आम हो जाती है. ऐसे में सरसों के तेल का इस्तेमाल करने से आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे. सरसों का तेल विटामिन बी से भरपूर होता है, जो स्किन को चमकदार और स्वस्थ बनाए रखने के लिए फायदेमंद होता है. सोने से 15 मिनट पहले सरसों का तेल लगाने से स्किन की रंगत में सुधार किया जा सकता है.
5. ब्लड सर्कुलेशनसरसों के तेल से शरीर की मालिश करने से ब्लड फ्लो तेज और मांसपेशियों में तनाव में सुधार होता है. यह पसीने की ग्रंथियों को भी उत्तेजित करता है, जिससे शरीर से प्रदूषकों को बाहर निकालने में मदद मिलती है.
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