वसीम अहमद/अलीगढ़. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में मिट्टी के दीये बनाने वाले कुम्हारों ने दीपक बनाने के लिए अब मशीनों का सहारा ले लिया है. जिसके बाद मिट्टी के दीपक बनाने वाले कुम्हारों के चाक ने गति पकड़ ली है. उन्हें इस बार अच्छी बिक्री की उम्मीद है. लेकिन फिलहाल उनकी उम्मीद के मुताबिक व्यापार नहीं हो पाया है. हालांकि अभी दिवाली में 2 दिन बचे हैं.
बिजली से चल रहे कुम्हारों के चाकअलीगढ़ के सराय लवरिया क्षेत्र के कुम्हार काली चरण ने NEWS 18 LOCAL से खास बात चीत में बताया कि, अब कुम्हार बिजली से चलने वाले चाक का सहारा ले रहे हैं. इससे पहले की तुलना में 3 गुना दीपक तैयार हो रहे हैं. पहले हाथ से घूमने वाले चाक से 1 दिन में 200 दीये बन पाते थे. लेकिन बिजली से चलने वाले चाक से अब 1 दिन में 500 से अधिक दीपक बना रहे हैं. कुम्हार परिवार के लोग दिन रात एक कर मिट्टी के बर्तन व दीया और मूर्तियां बनाने में लगे हुए हैं. अब कम समय मे ज्यादा उत्पादन के लिए इलेक्ट्रॉनिक चाक का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस इलेक्ट्रॉनिक चाक में लगी मोटर से ही यह चाक घूमता है. इसमें शारीरिक कार्य कुछ कम करना पड़ता है.
लागत की अपेक्षा मुनाफा नहीं मिल रहादीपावली की तैयारी में जुटे कुम्हारों ने का कहना है कि, इलेक्ट्रॉनिक चाक से काम करने के बावजूद भी पहले की तरह मुनाफा नहीं हो रहा है. मिट्टी से लेकर मिट्टी से बने सामान को पकाने के लिए जलावन आदि में जितना मेहनत और पैसा खर्च होता है.उसके हिसाब से मुनाफा नहीं मिल पा रहा है. हालांकि उम्मीद है कि, बहुत जल्द परिस्थितियां बदलेंगी और मिट्टी के बने सामानों का मार्केट लौटेगा.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Aligarh news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : October 22, 2022, 12:10 IST
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