अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ. आपने लखनऊ की दुर्गा पूजा पंडालों में आदिशक्ति मां दुर्गा की खूबसूरत प्रतिमाओं को तो देखा ही होगा. अक्सर महिषासुर को मारते हुए शेर पर सवार शेरावाली मां की प्रतिमाएं दुर्गा पूजा में आकर्षण का केंद्र बनी रहती हैं, लेकिन क्या आपने कभी जानने की कोशिश की है कि लखनऊ के सभी दुर्गा पंडालों में जो मां की प्रतिमाएं होती हैं. पिछले 45 सालों से रवींद्रपल्ली के एक छोटे से घर सुजीत कुमार के यहां ये सभी प्रतिमाएं बनाई जाती हैं.
खास बात यह है कि पिछले 45 सालों से निरंतर दुर्गा पूजा के लिए बड़ी संख्या में इनको ऑर्डर मिलता है और लखनऊ के सभी दुर्गा पंडालों में समय से पहले सभी प्रतिमाओं को उन तक पहुंचा भी दिया जाता है.इस बार शारदीय नवरात्र 26 सितंबर से शुरू हो रहे हैं और यहां पर मां दुर्गा की सभी प्रतिमाएं बनकर तैयार हो चुकी हैं.दुर्गा पूजा के लिए 24 सितंबर से यहां से प्रतिमाएं जाना शुरू हो जाएंगी.तीन से चार मूर्तिकार यहां पर दिन रात मां दुर्गा की प्रतिमाओं को तैयार करने में जुटे हुए हैं.
पवित्र गंगा की काली मिट्टी से बनती हैं प्रतिमाएंदुर्गा पूजा के लिए बनने वाली सभी प्रतिमाओं में पवित्र गंगा की काली मिट्टी का इस्तेमाल किया जाता है. बिना पवित्र गंगा की काली मिट्टी के किसी भी प्रतिमा को तैयार नहीं किया जाता है. इसके अलावा कोलकाता से भी एक खास किस्म की मिट्टी को मंगाकर सभी प्रतिमाओं में मिलाया जाता है. शेर के सिर के बालों के लिए नारियल की ऊपर की घास का इस्तेमाल किया जाता है.
2 साल बाद लौटी है रौनकसुजीत कुमार के यहां काम करने वाले मूर्तिकार अशोक वर्मा ने बताया कि कोविड-19 की वजह से 2 साल यहां पर सन्नाटा रहा लेकिन दो साल बाद रौनक लौटी है.सभी प्रतिमाएं बनकर पूरी तरह से तैयार हो गई हैं.बारिश के कारण कुछ प्रतिमाएं खराब हो गई थीं उन्हें दोबारा से सही करने का काम चल रहा है.तय समय के अनुसार ही सभी प्रतिमाएं दुर्गा पंडाल तक पहुंच जाएंगी.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Lucknow news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : September 20, 2022, 18:05 IST
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