हाइलाइट्सनैनी सेंट्रल जेल में बंद 46 साल के कैदी राजेश कुमार कभी स्कूल नहीं गएनैनी सेंट्रल जेल में कैदियों को पढ़ाने के लिए सरकार की ओर से 3 शिक्षक भी रखे गए हैंप्रयागराज. किसी जेल में क्या हत्या के आरोप में बंद कैदी शिक्षक हो सकते हैं? या फिर जेल में विभिन्न मुकदमों में सजा काट रहे या अंडर ट्रायल कैदी पढ़ाई भी कर सकते हैं? यह सुनने में अटपटा जरूर लगेगा, लेकिन ऐसा हो रहा है संगम नगरी प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल में, जहां पर हत्या के आरोप में जेल में बंद कैदी शिक्षक की भूमिका में नजर आ रहे हैं. जेल में हत्या जैसे जघन्य अपराध के साथ ही विभिन्न मामलों में दोष सिद्ध और अंडर ट्रायल कैदी बाकायदे क्लास लेते नजर आ रहे हैं. जानें-अनजाने में हुए अपराध की सजा भुगत रहे कैदी अब शिक्षा के जरिए अपने भविष्य को संवारने में लगे हैं.
नैनी सेंट्रल जेल में बंद 46 साल के कैदी राजेश कुमार कभी स्कूल नहीं गए. उनको अक्षर का भी ज्ञान नहीं था, लेकिन नैनी सेंट्रल जेल में जब कैदियों के लिए पाठशाला शुरू हुई तो राजेश कुमार सबसे आगे नजर आते हैं. राजेश कुमार के गुरु आशीष कुमार उनसे कम उम्र के हैं, आशीष कुमार पोस्ट ग्रेजुएट के साथ रेप और मर्डर के आरोप में जेल में बंद हैं.
नैनी सेंट्रल जेल का है ऐतिहासिक महत्वनैनी सेंट्रल जेल ऐतिहासिक जेल है, यहां पर पंडित मोती लाल नेहरू, देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु, गोबिंद बल्लभ पंत और आचार्य नरेंद्र देव जैसी विभूतियां आजादी की लड़ाई के दौरान बंद रहे, लेकिन आज नौ हत्या के आरोपी जेल में बंद दूसरे कैदियों के जीवन में शिक्षा के जरिए बड़ा बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं.
सरकार की तरफ से भी तीन शिक्षक हैं तैनातनैनी सेंट्रल जेल में कैदियों को पढ़ाने के लिए सरकार की ओर से 3 शिक्षक भी रखे गए हैं, जो 100-100 कैदियों की दिन में दो बार कक्षाएं लेते हैं. नैनी सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय के मुताबिक जेल में बंद 841 शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. शिक्षा ग्रहण करने वाले कैदियों में 124 कैदी निरक्षर हैं, 89 कैदी कक्षा 5 से 8 तक पढ़े हुए हैं, जबकि 628 कैदी पोस्ट ग्रेजुएट ग्रेजुएशन और डिप्लोमा कोर्सेज कर रहे हैं.
टीचर जयराज सिंह भी हैं शिक्षकजेल में बंद 32 वर्षीय जयराज सिंह कैदियों के दूसरे शिक्षक हैं. यह दो विषयों में पोस्ट ग्रेजुएट हैं. इन्होंने मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन और मास्टर आफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में पीजी कोर्स किया हुआ है. जयराज सिंह सिविल परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. वे जमीन के विवाद में अपने पड़ोसी की हत्या के आरोप में सात साल से जेल में बंद है. बड़ी संख्या में जेल में बंद ऐसे कैदी शिक्षा ग्रहण करते हैं, जिन्हें जेल में आने के बाद उनकी पढ़ाई छूट गई. ऐसे कैदी जेल से अपनी पढ़ाई को पूरा कर रहे हैं. जेल प्रशासन भी ऐसी कैदियों की मदद कर रहा है. वर्तमान में नैनी जेल में 4600 कैदी बंद है.
अजय तिवारी भी पढ़ाते हैंइसी तरह से नैनी सेंट्रल जेल में कानपुर के अजय तिवारी भी बंद हैं, जो कि अंग्रेजी और हिंदी विषयों में पीजी हैं. यह अपनी कॉलोनी के एक व्यक्ति की हत्या के आरोप में 16 सालों से जेल में बंद है. इनके साथ ही कैदियों की पढ़ाने वाले रवि दुबे और धर्मेंद्र शर्मा भी दो कैदी हैं, जो कि हत्या के आरोप में नैनी सेंट्रल जेल में बंद है.
जेल में सुबह लगती हैं कक्षाएंजेल प्रशासन की ओर से कैदियों को स्टडी मटेरियल उपलब्ध कराया जाता है. जेल में हर दिन सुबह 9:00 से 11:00 बजे तक कक्षाएं चलती हैं. जेल में बंद कैदी विभिन्न परीक्षाओं में भी हिस्सा लेते हैं और उनका रिजल्ट भी लगातार बेहतर हो रहा है. वही नैनी सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पाण्डेय के मुताबिक़ शिक्षा के प्रति कैदियों में ललक को वे पिछले पांच सालों में बड़े बदलाव के तौर पर देख रहे हैं. उनके मुताबिक बड़ी संख्या में जेल में बंद कैदियों में कुछ नया सीखने और शिक्षा ग्रहण करने की ललक दिखाई दे रही है, जो आने वाले दिनों के लिए एक अच्छा संकेत है, क्योंकि यह कैदी जेल से निकलकर अपने भविष्य को और बेहतर बना सकते हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Prayagraj News, UP latest newsFIRST PUBLISHED : September 18, 2022, 14:34 IST
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