देशभर में जन्माष्टमी (janmashtami) का त्योहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस साल जन्माष्टमी दो दिन (18-19 अगस्त) को मनाई जा रही है और इस दिन भगवान कृष्ण (krishna janmashtami) के भक्त व्रत रखते हैं. इसमें कुछ गर्भवती महिलाएं (Pregnant women) भी होती हैं, जो उपवास रखती हैं. आपको बता दें कि गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर ही व्रत रखना चाहिए. यदि आप गर्भवती हैं या अपने बच्चे को दूध पिलाती हैं, तो व्रत रखने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें.
दिनभर भूखा ना रहेंजन्माष्टमी के व्रत के दौरान लोग पूरे दिन कुछ नहीं खाते हैं, लेकिन गर्भवती महिलाओं को भूखा रहना सही नहीं है. इसलिए, आप पूरे दिन के व्रत में लाइट और हेल्दी चीजें खाएं.
हाइड्रेटेड रहेंगर्भवती महिलाएं दिन भर पानी पीएं की कोशिश करें, जिससे आप हाइड्रेट रहेंगी. तली चीजों की जगह पौष्टिक आहार ज्यादा खाएं. इसके अलावा, चाय या कॉफी का सेवन न बहुत कम करें.
फल जरूर खाएंदिनभर में 2-3 तरह के फल जरूर खाएं. इससे आपको एनर्जी मिलेगी. वहीं, अगर आपने व्रत रखा है, तो व्यायाम या कोई भी भारी काम न करें,
धीरे व्रत खोलेंरात के जब आप व्रत खोलें तो धीरे-धीरे. एकदम से आप खाने में न टूट पड़े और ओवरईटिंग से भी बचें. इससे आपको पाचन संबंधी समस्याएं नहीं होंगी.
घर से बाहर न निकलेंआजकल के बदलते मौसम के कारण आप घर पर ही रहने की कोशिश करें. बाहर निकलने पर एनर्जी कम होती है और आपको थकान महसूस हो सकती है.
डॉक्टर की सलाह लेंव्रत रखने से पहले गर्भवती महिलाएं डॉक्टर सलाह लें फिर उपवास रखें. कई महिलाओं को डायबिटीज या मिसकैरेज का खतरा हो सकता है, इसलिए डॉक्टर की सलाह लें और उनकी अनुमति मिलने पर ही व्रत रखें.
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