IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच निर्णायक टेस्ट मुकाबला बर्मिंघम में खेला जा रहा है. ये टेस्ट मैच पिछले साल की टेस्ट सीरीज का स्थगित किया गया पांचवां टेस्ट मुकाबला है. भारत इस मुकाबले को जीत लेता है या फिर ड्रॉ भी करा लेता है तो साल 2007 के बाद इंग्लैंड की धरती पर पहली बार टेस्ट सीरीज अपने नाम कर लेगा. ज़रूर पढ़ें
बुमराह ने कप्तान बनते ही डुबोया इस खिलाड़ी का करियर
इंग्लैंड के खिलाफ इस टेस्ट मुकाबले में भारत के नियमित कप्तान रोहित शर्मा कोरोना पॉजिटिव होने के कारण नहीं खेल रहे हैं. ऐसे में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इस मैच में कप्तानी कर रहे हैं. कप्तान बनते ही जसप्रीत बुमराह ने एक बोल्ड फैसला लिया है और एक धाकड़ तेज गेंदबाज को प्लेइंग इलेवन में मौका तक नहीं दिया. जसप्रीत बुमराह ने ऐसे में इस खिलाड़ी का करियर मुश्किल में धकेल दिया है.
शुरू हो गए बुरे दिन!
तेज गेंदबाज उमेश यादव के करियर के बुरे दिन लगता है शुरू हो चुके हैं. इंग्लैंड के खिलाफ निर्णायक टेस्ट मुकाबले में कप्तान जसप्रीत बुमराह ने उमेश यादव को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं दी. सीनियर और अनुभवी होने के बादजूद उमेश यादव को पूछा तक नहीं गया और उनकी जगह मोहम्मद सिराज को मौका दिया गया है.
इस तेज गेंदबाज के साथ हो रही नाइंसाफी
भारतीय क्रिकेट को पिछले कुछ सालों में एक से बढ़कर एक शानदार तेज गेंदबाज हाथ लगे हैं. इन युवा तेज गेंदबाजों ने भारत के रफ्तार के सौदागर माने जाने वाले उमेश यादव के करियर पर काफी प्रभाव डाला है. उमेश यादव पहले वनडे और फिर टी-20 टीम से बाहर हो गए. उमेश यादव ने साल 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना अंतिम वनडे और 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना अंतिम टी20 मुकाबला खेला था. अभी तक खेले 75 वनडे मैचों में उमेश यादव ने 33.63 की औसत के साथ 106 और 7 टी20 मुकाबलों में 24.33 की औसत के साथ 9 विकेट हासिल किए हैं. वनडे और टी20 के बाद उनका टेस्ट करियर भी लगभग बर्बाद हो रहा था. उमेश यादव ने 52 टेस्ट मैचों में 158 विकेट झटके हैं.
रिवर्स स्विंग की कला जनता है ये खिलाड़ी
उमेश यादव लगातार 140-145 की स्पीड से बॉलिंग करते हुए रिवर्स स्विंग की कला जानते हैं. उमेश यादव कातिलाना गेंदबाजी में माहिर है. इनकी गेंदों को खेलना किसी के लिए भी आसान नहीं है.