कुछ बीमारियां उम्र बढ़ने के साथ आती हैं. इसलिए ऐसी स्वास्थ्य समस्याएं हमेशा बुजुर्ग लोगों में देखने को मिलती हैं. लेकिन अर्थराइटिस की समस्या बुजुर्गों (Arthritis disease in Elder Peoples) के अलावा 16 साल से कम उम्र के बच्चों को भी परेशान कर सकती है. इस समस्या के कारण आमतौर पर जोड़ों में दर्द होने लगता है और यह बच्चों के चलने जैसी जरूरी गतिविधि को तकलीफदेय बना सकती है. आपको बता दें कि हर साल 12 अक्टूबर को पूरी दुनिया वर्ल्ड अर्थराइटिस डे (World Arthritis Day 2021) मनाती है.
आइए जानते हैं कि बच्चों में अर्थराइटिस (जोड़ों व घुटनों में दर्द (knee pain)) के क्या लक्षण होते हैं और उससे बचने के लिए क्या करना चाहिए?
बच्चों में होता है अर्थराइटिस का ये प्रकार- Arthritis in Childrensजेपी हॉस्पिटल के Department of Rheumatology के साथ बतौर एग्जीक्यूटिव कंसल्टेंट कार्य कर रहे Dr. Suvrat Arya ने बताया कि बच्चों को भी अर्थराइटिस की समस्या हो सकती है, जिसे जुवेनाइल इडियोपैथिक अर्थराइटिस (जे. आई. ए.) (Juvenile Idiopathic Arthritis) कहा जाता है. जो कि विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का एक समूह है, जिसके कारण बच्चों या 16 साल से कम उम्र के किशोरों के जोड़ों में दर्द व सूजन हो सकती है. हालांकि, इसके पीछे के कारण अज्ञात हैं.
ये भी पढ़ें: Diet in Arthritis: जोड़ों का दर्द ना बन जाए बड़ी मुसीबत, अभी से अपना लें ये उपाय, दर्द की होगी छुट्टी
बच्चों में अर्थराइटिस के कारण – Arthritis Causes in ChildrenDr. Suvrat Arya ने बताया कि, हमारा इम्यून सिस्टम बैक्टीरिया व वायरस जैसे बाहरी तत्वों (foreign bodies) को पहचानकर उन्हें नष्ट करने का कार्य करता है, ताकि शरीर की सभी कोशिकाएं किसी भी बाहरी हमले से स्वस्थ रह सकें. लेकिन जेआईए की स्थिति में इम्यून सिस्टम गलती से जोड़ों के अंदर और आसपास मौजूद हेल्दी टिश्यूज को नष्ट करने लगता है. जिससे दर्द और इंफ्लामेशन (सूजन) हो जाती है.
बच्चों में अर्थराइटिस के लक्षण – Arthritis Symptoms in Childrenबच्चों में जुवेनाइल इडियोपैथिक अर्थराइटिस के विभिन्न लक्षण हो सकते हैं. जो कि उसके प्रकार पर निर्भर करते हैं. कुछ आम लक्षण इस प्रकार हैं. जैसे-
एक या एक से अधिक जोड़ में दर्द, सूजन व अकड़न
जोड़ों के ऊपर मौजूद त्वचा में गर्माहट या लालिमा
शारीरिक और मानसिक थकान या कमजोरी
कुछ कम आम लक्षण-
बुखार
रैशेज
अस्वस्थ महसूस करना
आई इंफ्लामेशन, आदि
बच्चों में अर्थराइटिस (जुवेनाइल इडियोपैथिक अर्थराइटिस) की जांच
मेडिकल हिस्ट्री
शारीरिक जांच
एक्सरे और स्कैन
आंखों की जांच
रुटीन ब्लड टेस्ट्स
एएनए, एचएलए बी 27, एंटी सीसीपी जैसे स्पेशल ब्लड टेस्ट, जो कि जेआईए के प्रकार पर निर्भर करता है
ये भी पढ़ें: World Mental Health Day 2021: ये बीमारी आपके लिए बन सकती है धीमा जहर, जानें बच्चों और बड़ों में दिखने वाले लक्षण
बच्चों में अर्थराइटिस की समस्या कैसे काबू में करें – Management of arthritis in kidsअगर आपके बच्चे को अर्थराइटिस की समस्या (arthritis disease in childrens) है, तो यह जोड़ों को मोड़ने में काफी समस्या खड़ी कर सकती है. घुटने प्रभावित होने की स्थिति में चलने-फिरने आदि में भी परेशानी हो सकती है. बच्चों में अर्थराइटिस की समस्या को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर निम्न सलाह देते हैं.
बच्चे को शारीरिक रूप से सक्रिय रखें. जिससे दर्द में कमी आएगी और मसल्स मजबूत बनेंगी व जोड़ों को फ्लैक्सिबिलिटी मिलेगी. आप बच्चे के लिए कुछ खास एक्सरसाइज के बारे में जानने के लिए किसी फिजियोथेरेपिस्ट की मदद भी ले सकते हैं.
दर्द को मैनेज करने के तरीके बच्चे को सीखाएं. हीट और कोल्ड ट्रीटमेंट, मसाज, दवाएं आदि कई तरीकों की मदद से घुटनों व जोड़ों के दर्द को कम किया जा सकता है.
बच्चे को हेल्दी खिलाएं. डॉक्टर का कहना है कि ऐसी कोई डाइट तो नहीं है, तो जेआईए का इलाज कर सके. लेकिन फिर भी स्वस्थ डाइट लेकर शारीरिक वजन को संतुलित रखा जा सकता है. जिससे जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ेगा.
जोड़ों को सुरक्षा प्रदान करें. जिसके लिए विभिन्न टूल्स, उपकरण, गैजेट्स आदि की मदद ली जा सकती है. आप किसी ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट से सलाह ले सकते हैं.
स्कूल में बताएं. बच्चे के स्कूल में इस समस्या के बारे में जरूर बताएं और साथ में इस बात की जानकारी भी दें कि गंभीर स्थिति में किन उपायों को अपनाया जा सकता है.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.