आईटी कंपनियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. लेकिन इसके साथ चिंता का विषय यह है कि लंबे काम के घंटे, ज्यादा देर तक बैठ रहना, अनहेल्दी डाइट और तनाव इस सेक्टर में काम करने वाले लोगों को मेटाबोलिक डिसफंक्शन-एसोसिएटेड फैटी लिवर डिजीज (MAFLD) का शिकार बना रहे हैं.
हैदराबाद विश्वविद्यालय और एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी (AIG) द्वारा की गई एक हालिया शोध में पाया गया कि लगभग 84% आईटी प्रोफेशनल्स में MAFLD है. फैटी लिवर तब होता है जब लिवर में अतिरिक्त वसा जमा हो जाती है. ऐसे में अगर इसका इलाज न किया जाए, तो यह सिरोसिस, लिवर फेल्योर या यहां तक कि लिवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. ऐसे में वक्त पर इसकी पहचान और इससे बचावों के इन उपायों को करना फायदेमंद साबित हो सकता है.
फैटी लिवर के लक्षण न करें इग्नोर
हालांकि फैटी लिवर (ग्रेड 1) के शुरुआती स्टेज में आमतौर पर लक्षण नहीं दिखता है. लेकिन, कुछ हद तक आप इन संकेतों का अनुभव कर सकते हैं– सामान्य गतिविधियों के बावजूद थकावट या ऊर्जा की कमी महसूस होना- ऊपरी दाहिने पेट में भारीपन या हल्का दर्द- आहार या गतिविधि में कोई बदलाव न होने के बावजूद वजन बढ़ना- प्यास अधिक लगना और बार-बार पेशाब आना- खून में लीवर एंजाइम (ALT और AST) का बढ़ा हुआ स्तर- खून में ट्राइग्लिसराइड लेवल बढ़ा होना
इसे भी पढ़ें- हार्ट अटैक-स्ट्रोक को रोकने के लिए एक्सपर्ट का सुझाव, 50 साल के बाद लोगों को दी जाए ये दवा
लिवर को हेल्दी रखने के उपाय-
खाली पेट पिएं ब्लैक कॉफी या नींबू पानी
ब्लैक कॉफी (बिना चीनी के) लीवर के लिए फायदेमंद हो सकती है. यह लीवर के फैट को कम करने और एंजाइम लेवल को बेहतर बनाने में मदद करता है. इसके अलावा एक गिलास गुनगुना नींबू पानी पिएं. यह शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने और पाचन में मदद करता है.
20-20-20 नियम
आईटी पेशेवरों को लंबे समय तक बैठे रहना होता है, जो लीवर के लिए हानिकारक है. ऐसे में हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए खड़े हों और 20 फीट दूर देखें, इससे आंखों की थकान कम होती है और सर्कुलेशन भी बेहतर होता है.
खाने के बाद वॉक करें
खाने के बाद 10 मिनट की सैर लीवर के लिए बहुत फायदेमंद होती है. यह ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने, पाचन में सुधार करने और लीवर में वसा जमा होने से रोकने में मदद करती है.
कड़वी चीजें ज्यादा खाएं
कड़वी चीजें जैसे हल्दी, करेला, नीम और मेथी लीवर को साफ करने और वसा जमने से बचाने में मदद करती हैं. हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो लीवर की सूजन को कम करता है.
बाएं तरफ सोए
अच्छी नींद फैटी लिवर को रोकने के लिए जरूरी है. बाएं तरफ सोने से पाचन में मदद मिलती है और लीवर का काम बेहतर होता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.