ममता त्रिपाठी
लखनऊ. आठ साल बेमिसाल के जश्न की तैयारियों के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. 2024 के चुनाव में दो साल का वक्त बचा है मगर भाजपा (BJP) ने चुनाव की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है. भाजपा के बड़े नेताओं का सारा जोर संगठन के विस्तार और बूथ को मजबूत करने पर है. पार्टी हर मौके का इस्तेमाल जनता के बीच अपनी पकड़ बढ़ाने और केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाने के लिए कर रही है. इसके साथ ही साथ भाजपा विपक्ष के बड़े नेताओं को पार्टी में शामिल करके विपक्ष को कमजोर भी करती जा रही है.
30 मई से 14 जून तक भव्य उत्सव
मोदी सरकार के 8 साल के सफलतापूर्ण सफर के पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी 30 मई से 14 जून तक भव्य उत्सव का आयोजन कर रही है. ‘सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण’ के नारे के जरिए आम लोगों के बीच पहुंचने की तैयारी है, सारे मंत्रियों को गांव गांव जाने और लोगों से संपर्क करने को कहा गया है. सरकार की नीतियों को आम जन तक पहुंचाने के लिए सरकार के मंत्री ‘विकास तीर्थ यात्रा’ निकालेंगे. भव्य जश्न के तैयारियों में कोई कमी ना रहे इसका जायजा लेने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह 25 मई को दिल्ली मुख्यालय पर मीटिंग करेंगे जिसमें फाइनल प्रोग्राम पर मोहर लगेगी.
1 जून को लगेंगे देशभर में 75 हजार योग कैंप
योग दिवस 1 जून को भाजपा कार्यकर्ता पूरे देशभर में 75 हजार स्थानों पर योग कैंप लगाएंगे, जिसमें लोगों को योग के प्रति जागरूक करने का काम करेंगे. डाक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि देने के लिए ‘बलिदान दिवस’ पर भाजपा के कार्यकर्ता 23 जून से 6 जुलाई तक पौधारोपण करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर भाजपा के सारे सांसद पहले से ही ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ अभियान के तहत अपने क्षेत्रों में तालाब खुदवा रहे हैं. मोदी सरकार के 8 साल पूरे होने पर सभी सांसदों और मंत्रियों को कहा गया है कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और नीतियों का पूरा रिपोर्ट कार्ड जनता के बीच ले जाएं.
कमजोर बूथों को किया गया चिह्नित
2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी कमजोर बूथों को चिह्नित करके उसे कैसे मजबूत किया जाए इसके लिए खास रणनीति पर काम कर रही है. पार्टी ने इसके लिए 73000 बूथ को चिह्नित किया है.इन बूथों पर अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए पार्टी की तरफ से चार वरिष्ठ नेताओं का पैनल भी तैयार किया गया है.
अन्य दलों से आए नेताओं को तरजीह से बना भरोसा
इसके अलावा भाजपा ने जिस तरह से अन्य दलों से आए नेताओं को तरजीह दी है और मुख्यमंत्री के पद पर भी बिठाया है उससे वो विपक्ष के उन बड़े नेताओं को ये सियासी संदेश देने में भी कामयाब रही है कि दलीय राजनीति से इतर भाजपा नेताओं को सम्मान देने पर भरोसा रखती है. माणिक साहा, हिमंत विस्व सरमा को जिस तरह से पार्टी ने मुख्यमंत्री बनाया उससे लोगों के मन में काफी विश्वास पैदा हुआ है. राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और गुजरात के विपक्ष के कई असंतुष्ट नेता जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: BJP, Lok Sabha ElectionFIRST PUBLISHED : May 24, 2022, 20:50 IST
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