8 दिन ट्रेनिंग बनी युवा की जिंदगी की टर्निंग प्वॉइंट, गन्ना बेल्ट में उगा रहे हिमाचली मशरूम, हो रही भरपूर कमाई

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8 दिन ट्रेनिंग बनी युवा की जिंदगी की टर्निंग प्वॉइंट, गन्ना बेल्ट में उगा रहे हिमाचली मशरूम, हो रही भरपूर कमाई



विशाल भटनागर/मेरठ. एक शख्स गन्ने की बेल्ट में मशरूम उगा रहा है. यह और भी रोचक बात है कि इस शख्स ने पत्रकारिता के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए बीजेएमसी का कोर्स किया था, पर उसे जीवन में कुछ अलग करना था इसलिए उसने गन्ना उत्पादन के लिए चर्चित मेरठ में मशरूम उगाना शुरू किया. इसके लिए उसने महज 8 दिन की ट्रेनिंग ली. इस शख्स का नाम है ऐनी त्यागी.

ऐनी त्यागी ने लोकल 18 से खास बातचीत में बताया कि बीजेएमसी करते समय उन्होंने प्राइवेट सेक्टर में जॉब भी की थी क्योंकि घर की आर्थिक हालत ज्यादा बेहतर नहीं थी. पर सैलरी से घर को चला पाना संभव नहीं था. ऐसे में खुद के बिजनेस की बात सोची. तब उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र हस्तिनापुर से 8 दिन का प्रशिक्षण लिया. फिर हिमाचल प्रदेश से 15 किलो मशरूम का बीज लाकर गांव में ही मशरूम हाउस बनाकर उत्पादन का काम शुरू कर दिया.

चार तरह के मशरूम

आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए ऐनी 4 तरह के मशरूम उगा रहे हैं. इसके लिए उन्होंने एक हाउस भी तैयार किया है. क्योंकि मशरूम एक विशेष तापमान के बीच ही उगाई जाती है. इसके लिए विशेष रूप से प्रबंध करना पड़ता है. उन्होंने जहां मशरूम उगाना शुरू किया है उस जगह को चारों तरफ से प्लास्टिक की पन्नी और अन्य माध्यमों से कवर किया है. उसके साथ ही उसमें एक मीटर भी लगाया गया है, जो तापमान की जानकारी उन्हें उपलब्ध कराता रहता है.

पीएम मोदी के स्टार्टअप से प्रेरणा

ऐनी त्यागी कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरीके से युवाओं को स्टार्टअप के प्रति प्रेरित कर रहे हैं. उसी से प्रेरणा लेकर उन्होंने भी यह काम शुरू किया. उन्हें इसके दो फायदे मिले. एक तो अच्छी इनकम कर पा रहे हैं. दूसरी, वह परिवार के साथ गोल्डेन टाइम स्पेंड कर रहे हैं. वे बताते हैं कि जहां साधारण मशरूम 100 रुपए से 300 रुपए प्रति किलो के बीच बिकती है, वही हिमाचल प्रदेश की ओयस्टर मशरूम 400 रुपए प्रति किलो तक बिक जाती है.

यह प्रयोग आया काम

ऐनी त्यागी ने बताया कि एक दिन उन्होंने मशरूम के लिए नीम और गोमूत्र मिलाकर एक घोल तैयार किया. जिसकी बदौलत जहां मशरूम देर से पैदा होता था, वहां एक सप्ताह पहले ही मशरूम की अच्छी पैदावार देखने को मिली. हालांकि ऐनी त्यागी का कहना है कि जिस तरीके से हिमाचल प्रदेश सहित अन्य राज्य में मशरूम को लेकर सरकार विशेष सब्सिडी और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराती है, अगर वह उत्तर प्रदेश में भी उपलब्ध हो, तब मशरूम क्षेत्र में किसान काफी खेती कर सकते हैं.
.Tags: Local18, Meerut news, MushroomFIRST PUBLISHED : August 13, 2023, 08:54 IST



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