भारत एक ऐसा देश है, जहां सूर्य की किरणें पर्याप्त मात्रा में पहुंचती है. लेकिन फिर भी यहां विटामिन डी की कमी बहुत ज्यादा है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार, विटामिन डी की कमी पूरे भारत में महामारी का रूप ले रही है, 76- 80% तक सामान्य जनसंख्या में विटामिन डी की कमी है.
शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर क्या होता है? पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी न होने से मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द, हाथों या पैरों में झुनझुनी, शरीर के धड़ के पास के अंगों में कमजोरी, चलते समय लड़खड़ाना, फ्रैक्चर, मांसपेशियों में ऐंठन पैरों का झुकना, प्रीमेच्योर ग्रे हेयर, ब्लड क्लॉटिंग जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है.
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विटामिन डी की कमी का कारण
विटामिन डी की कमी कई कारणों से हो सकती है. इसमें मुख्य रूप से आहार में पर्याप्त विटामिन डी न होना, कुपोषण की समस्या, शरीर को पर्याप्त धूप न मिलना.
कैसे दूर करें विटामिन डी की कमी
विटामिन डी की कमी को दूर करने का सबसे अच्छा और कारगर तरीका धूप में बैठना है. स्टडी के अनुसार, दिन में सिर्फ 8-10 मिनट बैठने भर से शरीर को पर्याप्त विटामिन डी मिल जाता है.
धूप में बैठने का सही समय और तरीका
रॉयल ऑस्टियोपोरोसिस सोसायटी समेत कई हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक विटामिन डी की कमी से बचने के लिए धूप में बैठने का सबसे अच्छा समय दोपहर का वक्त होता है. बिना सनस्क्रीन 11-3 बजे तक धूप में 10 मिनट तक बैठना कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से आपको बचा सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)