76 किलो चांदी से बना मां विंध्यवासिनी का निकास द्वार, कीमत है इतने लाख

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76 किलो चांदी से बना मां विंध्यवासिनी का निकास द्वार, कीमत है इतने लाख

मिर्जापुर: विंध्य पर्वत पर विराजमान मां विन्ध्यवासिनी धाम का निकास द्वार रजत रजित हो गया है यानी निकास द्वार को चांदी से सजाया गया है. 76 किलो चांदी से तैयार द्वार को वाराणसी से आएं विशेष कारीगरों के द्वारा लगाया गया है. बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले भक्त ने मां के निकास द्वार को रजत रजित कराने की इच्छा जताई थी, जिसके बाद विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष से मुलाकात की. करीब एक महीने तक वाराणसी के कारीगरों ने तैयार किया. भीड़-भाड़ होने की वजह से इसे नहीं लगाया जा सका. भक्तों की संख्या कम होने पर गुरुवार को मां के द्वार को रजत रजित किया गया.

श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पं. पंकज द्विवेदी ने बताया कि वाराणसी के औरंगाबाद के रहने वाले होटल व्यवसायी रविन्द्र कुमार सिंह के द्वारा मां के धाम के द्वार को रजत रजित कराने की इच्छा जताई गई. जिसके बाद मां के प्रथम द्वार के निकास द्वार को रजत रजित कराने के लिए द्वार अर्पित किया है. करीब एक महीने तक वाराणसी के कारीगरों के द्वारा इसे तैयार किया गया. हालांकि, नवरात्रि शुरू हो जाने के बाद से भक्तों की संख्या बढ़ गई और नहीं लगाया जा सका.

76 किलो 800 ग्राम चांदी का हुआ है प्रयोगअध्यक्ष पं. पंकज द्विवेदी ने बताया कि द्वार को तैयार करने में 76 किलो 800 ग्राम चांदी का प्रयोग किया गया है. इसे सोने के व्यापारी अखिलेश सोनी की देख-रेख में तैयार किया गया. उनके ही कारीगरों के द्वारा इसे लगाया भी जा रहा है. इससे पहले यहां पर पीतल का द्वार था. दरवाजा लग जाने के बाद दानदाता रविन्द्र सिंह मां के दरबार में परिवार के साथ दर्शन पूजन करेंगे. मां की कृपा उनके ऊपर बनी रहे. द्वार की अनुमानित कीमत करीब 72 लाख 58 लाख रुपये हैं.

40 वर्षों से कर रहे हैं दर्शन पूजनतीर्थ पुरोहित पं. सूर्यप्रकाश मिश्रा ने बताया कि रविंद्र सिंह मां के अनन्य भक्त हैं. इनके द्वारा ही चांदी के द्वार लगवाने की इच्छा प्रकट की गई. तत्पश्चात विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष से मुलाकात हुई और प्लान तय किया गया. लगभग तीन महीने तैयार होने के बाद इसे लगाया गया है. 40 वर्षों से रविंद्र सिंह और उनका पूरा परिवार मां का दर्शन पूजन करने के लिए आते हैं. मां की कृपा के बाद उनका जीवन बदल गया.
Tags: Local18, Maa Vindhyavasini Temple, Mirzapur News Today, Mirzapur Vindhyachal Dham, Vindhyavasini Mandir, Vindhyavasini TempleFIRST PUBLISHED : December 12, 2024, 22:57 IST

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