विशाल भटनागर/मेरठ. मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने 1 जुलाई 2023 को 58 वर्ष पूरे कर लिए. टेंट में एमफिल कक्षाओं से शुरू होकर यह विश्वविद्यालय आज विभिन्न कोर्स की पढ़ाई करवाता है. जिन कोर्स के लिए मेरठ के बच्चों को दिल्ली सहित अन्य राज्य में भटकना पड़ता था, उन्हें अब अपने शहर में ही पढ़ाई के अवसर मिलते हैं.
विश्वविद्यालय के प्रेस प्रवक्ता प्रोफेसर प्रशांत कुमार ने लोकल 18 से बताया कि वर्ष 1965 में विश्वविद्यालय में सर्वप्रथम विशेष स्टडीज के तहत एमफिल की कक्षाओं के संचालन की अनुमति मिली थी. तब एमफिल की कक्षाएं यहां टेंट में ली जाती थी. वर्तमान में 222 एकड़ में विश्वविद्यालय परिसर बना हुआ है. अब यहां अनेक डिपार्टमेंट चल रहे हैं. प्रोफेसर प्रशांत कुमार कहते हैं कि विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला के नेतृत्व में विश्वविद्यालय ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए नैक ग्रेडिंग में ए प्लस प्लस पाया है.
खेल से लेकर लाइब्रेरी तक
विश्वविद्यालय परिसर में ही रुस्तम ए जमा दारा सिंह कुश्ती स्टेडियम संचालित है. यहां अर्जुन अवॉर्डी अंतरराष्ट्रीय पहलवान अलका तोमर सहित विभिन्न ऐसे पहलवान हैं, जो देश विदेश में भारत का नाम रोशन कर रहे हैं. विश्वविद्यालय परिसर में ही राजा महेंद्र प्रताप लाइब्रेरी भी संचालित है. यहां आधुनिक सुविधाओं के साथ युवा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं.
विभिन्न खेलों के कोच
विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न खेलों के कोच भी हैं, ताकि क्रिकेट, कैरम, बास्केटबॉल, हॉकी सहित अन्य विभिन्न खेलों में भी युवाओं को बेहतर शिक्षा मिल सके. शुरुआती दौर में विश्वविद्यालय को मेरठ विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता था. हालांकि बाद में किसानों के मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के नाम से इस विश्वविद्यालय को सुशोभित किया गया.
.Tags: Local18, Meerut news, UniversityFIRST PUBLISHED : July 02, 2023, 17:47 IST
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