विकाश कुमार/चित्रकूट: भगवान श्रीराम की तपोस्थली चित्रकूट में 51वें राष्ट्रीय रामायण मेला का आयोजन किया गया. 5 दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम का शुभारंभ गोवर्धन पीठाधीश्वर शंकराचार्य अघोक्षजानंद महराज और अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास महराज ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
बता दें कि यह राष्ट्रीय रामायण मेला महोत्सव पांच दिनों तक आयोजित होगा. जिसमे कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे जो देश प्रदेश के नामचीन कलाकार प्रतिभाग करेंगे. राष्ट्रीय रामायण मेले के पहले दिन गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य अघोक्षजानंद महराज और हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास सहित जिले के तमाम साधु संत और सनातन धर्मी मौजूद रहे है.
कई राज्यों के कलाकार देंगे प्रस्तुति8 मार्च को सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पूजा अग्रवाल का कथक नृत्य, नौ मार्च को नृत्य कलाग्रह की नृत्य नाटिका, 10 मार्च को सांस्कृतिक कला संगम नई दिल्ली की संपूर्ण रामायण पर नाटिका, 11 मार्च को अजय मिश्रा मुम्बई के भजन गायन, तृप्ति शाक्या लखनऊ के भजन, सुजाता केशरी के लोकनृत्य, 12 मार्च को मेनिका मिश्रा लखनऊ के लोकगीत आदि मनोहारी प्रस्तुतियां विशेष आकर्षक रहेंगी.
अखंड भारत का सपनाइस दौरान गोवर्धन पीठाधीश्वर शंकराचार्य अघोक्षजानंद महराज ने चित्रकूट की महिमा को बताते हुए लोगो से सनातन की रक्षा करने की बात कही है और जिस अखंड भारत के बनने का सपना देख रहे थे आज वह अखंड भारत बन चुका है. उन्होंने कहा की जो लोग राम और भारत पर प्रश्न खड़े कर रहे है बहुत जल्द ही भारत की जनता उनको नकार देगी,भारत अखंड था और अखंड होगा फिर से हमारे 18 देश है अखंड भारत के जो स्वतंत्र देश की तरह संचालित हो रहे है. अखंड भारत के 18 देश की यात्रा प्रारंभ कर दी गई है. वहां पर धार्मिक सांस्कृतिक बीजों को उगाया जा रहा है.
धर्म की रक्षा आप करेंगे तो धर्म आपकी रक्षा करेगाहनुमानगढ़ी के महंत राजू दास महाराज ने कहा, ‘भगवान श्रीराम की तपोस्थली चित्रकूट में इस कार्यक्रम में मुझे शामिल होने का अवसर मिला इसके लिए मैं कमेटी को साधुवाद देता हूं. सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया, विश्व बंधुत्व के साथ वसुदेव कुटुंबकम के साथ पूरे विश्व में आतंक व्याप्त है लेकिन भारत ही एक ऐसा देश है जहां पर सर्वप्रथम सद्भाव व्याप्त है’.
.Tags: Chitrakoot News, Local18, RamayanFIRST PUBLISHED : March 9, 2024, 08:22 IST
Source link