रजत भटृ/गोरखपुरः क्रिसमस की तैयारी को लेकर चर्च सजने लगे हैं. तो वही क्रिसमस के लिए लोग कैरोल भी शुरू कर दिए हैं. शहर में हर चर्च को सजाने की तैयारी शुरू हो गई हैं. प्रोग्राम के लिए भी तैयारी पूरी की जा रही है. लेकिन क्रिसमस में एक सबसे खास चीज होती है. जिसके बिना क्रिसमस अधूरा रहता है. इसको तैयार करने के लिए लोग 10 दिन पहले से ही तैयारी शुरू कर देते हैं. लेकिन इस खास चीज को तैयार करने के लिए बाजार से भी कई सामान लाने पड़ते हैं, जिसके लिए एक खास जगह पर जाना होता है.
जी हां क्रिसमस का केक एक ऐसा चीज है. जिसके बिना क्रिसमस अधूरा है वह, इस केक को तैयार करने के लिए शहर के खास दुकान पर जाना पड़ता है. वहीं से इस केक को तैयार करने का सारा मटेरियल मिलता है. केक में खास तरह के 5 मुरब्बा का इस्तेमाल होता है.
गोरखपुर के घंटाघर में मुरब्बा गली, जिसका इतिहास लगभग 200 साल पुराना है. मुरब्बा गली में आज सिर्फ एक ही ऐसी दुकान है, जहां मुरब्बा मिलते हैं. बाकी दुकान कपड़े के हैं. एक समय इस गली में हर दुकान पर मुरब्बे मिला करते थे. लेकिन अब सिर्फ एक ही दुकान मुरब्बा की बाकी सब कपड़े के हैं. मुरब्बा गली में पहुंचने के बाद वहां प्राणनाथ गुप्ता मुरब्बा बेच रहे थे.
वो बताते कि क्रिसमस शुरू होने से पहले ही वह खास 5 तरह के मुरब्बे तैयार करते हैं, जिसकी खूब डिमांड होती है, जिसमें, संतरा, नींबू, पपीते का पेठा, अदरक का मुरब्बा, शामिल है. क्रिसमस के केक के लिए इन मुरब्बा को खास करके तैयार किया जाता है. दिसंबर के पहले हफ्ते से ही इसकी बिक्री शुरू हो जाती है. वह इसकी खूब डिमांड होती है यह सभी मुरब्बा 40 रुपए से शुरू होकर 100 तक के होते हैं. इन्हीं मुरब्बों के मिलने से क्रिसमस के बेहद शानदार तरीके से तैयार होता है.
कैसे तैयार होता है केकघंटाघर के मुरब्बे गली में क्रिसमस के केक को तैयार करने के लिए इन 5 मुरब्बा को बेचा जाता है. एक ही दुकान पर यह मुरब्बा मिलते हैं. वहीं इन मुरब्बा से केक को तैयार करने वाले जॉन बताते हैं कि यह केक को तैयार करने में बेहद उपयोगी होता है. इसी से केक का टेस्ट आता है. केक को तैयार करने के लिए कई दिन पहले ही तैयारी करनी पड़ती है. उसे बल्क क्वांटिटी में बनाना पड़ता है.
यहां 2 तरह के केक तैयार किए जाते हैं, जिसे वेज और नॉनवेज खाने वाले लोगों के लिए ऑप्शन रहे और वह अपने हिसाब से केक खा सकें. एक केक ऐसा होता जिसमें अंडे का इस्तेमाल होता है. दूसरे में नही. हालांकि मुरब्बों का इस्तेमाल इन दोनों केक को बनाने में किया जाता है.
.Tags: Gorakhpur news, Local18, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : December 14, 2023, 17:22 IST
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