इस बदलते मौसम में अपर रेस्पेरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन यानी ऊपरी छाती का इंफेक्शन आम दिक्कत हो जाती है. इस इंफेक्शन से तत्काल फायदे के लिए लोग आजकल महंगी एंटीबायोटिक दवाओं का सहारा लेते हैं. नतीजा यह है कि अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के कारण प्रतिवर्ष दुनिया पर 22 अरब डॉलर का आर्थिक बोझ पड़ता है. लेकिन, एक नए शोध में दावा किया गया है कि आयुर्वेद के फार्मूले फीफाट्रोल के सेवन से 4-7 दिनों के भीतर जुकाम से छुटकारा संभव है.
इंटरनेशनल रिसर्च जर्नल ऑफ आयुर्वेदा एवं योगा में प्रकाशित शोधपत्र के मुताबिक शोधकर्ताओं ने देश भर में विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में 203 मरीजों पर फीफाट्रोल का परीक्षण किया. इन्हें दिन में दो बार फीफाट्रोल की खुराक दी गई. शोध में देखा गया है कि चौथे दिन मरीजों के लक्षणों में 69.5 फीसदी तथा सातवें दिन 90.36 फीसदी सुधार हुआ. यह शोध दिसंबर 2019 से अप्रेल 2020 में किया गया. शोध में मदरहुड विश्वविद्यालय रुड़की के अलावा स्वतंत्र शोधकर्ता भी शामिल थे.फीफाट्रोल में शामिल औषधियांफीफाट्रोल में सुदर्शन वटी, संजीवनी बटी, गोदांती भस्म, त्रिभुवन कीर्ति रस और मृत्युंजय रस शामिल है. ये पांचों औषधियों में इम्यूनिटी बढ़ाने, बुखार को काबू में करने व वायरस, बैक्टीरिया तथा परजीवी संक्रमण के शरीर पर प्रभावों को घटाने में कारगर हैं. अन्य आठ बूटियों तुलसी, कुटकी, चिरायता, मोथा, गिलोय, दारूहल्दी, करंज, अपामार्ग के विशेष औषधीय गुण हैं.
एंटीबायोटिक फायदेमंद नहींआईसीएमआर एंटीबायोटिक को गैरफायदेमंद बता चुका है. उसका कहना है कि रोगियों पर अब इसका कम असर हो रहा है. आईसीएमआर के मुताबिक क्लीनिकल टेस्ट के बाद ही एंटीबायोटिक की सही मात्रा तय हो सकेगी.