400 साल पुराना है बाबा भैरव नाथ का मंदिर, भोग लगता है मदिरा और शराब, जानें इतिहास

admin

400 साल पुराना है बाबा भैरव नाथ का मंदिर, भोग लगता है मदिरा और शराब, जानें इतिहास



शानू कुमार/बरेली: बरेली में भैरव बाबा का एक अतिप्राचीन मंदिर है. इस मंदिर में हजारों भक्त रोजाना आते हैं और भैरव बाबा के दर्शन करते हैं. यह मंदिर प्रेमनगर के कृष्णलीला कॉम्प्लेक्स के पीछे बना हुआ है. शनिवार, मंगलवार और रविवार को विशेष रूप से भक्तगण यहां आते हैं. मंदिर के पुजारी पंडित जुगल किशोर ने बताया कि यह मंदिर करीब 400 साल पुराना है. इसका सबसे बड़ा इतिहास यह है कि भक्त आस्था से जो भी मनोकामना लेकर आता है वो जरूर पूरी होती है.उन्होंने कहा यहां मंगलवार और शनिवार को भक्तों की अधिक भीड़ होती है. रविवार को बाबा को विशेष भोग  लगता है, भोग में उन्हें मदिरा समेत सिगरेट का प्रसाद चढ़ाया जाता है. इस मंदिर में दर्शन करने से हर समस्या दूर हो जाती है. पुजारी जी का कहना है बाबा के नाम से अगर झण्डा लगाया जाता है तो शारिरिक समस्या से भी छुटकारा मिल जाता है.पूजा करने दूर-दूर से आते हैं भक्तइस मंदिर का जीणोद्धार स्वर्गीय महारानी लक्ष्मीबाई द्वारा सन 1940 में किया गया था. जिसके बाद दोवारा स्वर्गीय महारानी लक्ष्मीबाई के वंशज कुंवर रविशंकर शुक्ल और कुंवर कृष्ण शंकर शुक्ला ने सन 1992 में मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था. मंदिर में बाबा भैरव नाथ की मूर्ति के साथ-साथ सभी भगवानों की प्रतिमा है वहीं दुर्गा माता, हनुमान जी की बड़ी प्रतिमा मंदिर में स्थापित की गई है. मंदिर में भक्तगण बाबा के दर्शन कर आशीर्वाद लेते हैं उसके बाद सभी के दर्शन करते हैं.हवन में होती है पूर्ण आहुतिसाल में अगहन कृष्ण पक्ष अष्ठमी को विशाल हवन होता है और इस हवन में दूर-दूर से लोग अपनी पूर्ण आहुति देने जरूर आते हैं. आसपास के जिलों के लोग भी इस मंदिर में आते हैं. हवन होने के बाद यहां विशाल भंडारा भी होता है. विशाल भंडारे में लोग जगह-जगह से आकर प्रसाद ग्रहण करते हैं..FIRST PUBLISHED : July 27, 2023, 19:43 IST



Source link