400 New TB Cases Found In Manipur: मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने गुरुवार को बताया कि पिछले साल 7 दिसंबर को 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान शुरू होने के बाद राज्य के 6 जिलों में टीबी के 400 से अधिक नए मामले सामने आए. गवर्नर ने कहा कि इस दौरान करीब एक लाख लोगों की जांच की गई. दूरदराज के इलाकों में जल्द डायग्नोसिस और इलाज सुनिश्चित करने के लिए ‘निक्षय वाहन’ नामक मोबाइल वाहनों के जरिए घर-घर जाकर जांच की गई.
राज्य सरकार के कदमराज्यपाल ने कहा कि ‘निक्षय मित्र’ पहल के तहत ऐसे लोगों और संगठनों को नॉमिनेट किया गया है, जिन्होंने न्यूट्रीशनल हेल्क के जरिए टीबी के मरीजों की मदद करने का संकल्प लिया है.44वें वर्ल्ड टीबी डे का राज्य स्तरीय आयोजन मणिपुर के राजभवन के दरबार हॉल में किया गया.
गवर्नर ने क्या कहाअपने संबोधन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने कहा कि इंडिया और वर्ल्ड लेवल पर टीबी की बीमारी एक बड़ा चैलेंज बना हुआ है और वो इस बीमारी के व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों पर पड़ने वाले विनाशकारी प्रभाव से अवगत हैं. आज आशा का दिन है और टीबी मुक्त भारत पहल के तहत पीएम नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के मुताबिक 2025 तक टीबी को खत्म करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का दिन है.
टीबी खत्म करने को लेकर कमिटेडराज्यपाल ने दोहराया कि सरकार निर्धारित समय के भीतर टीबी उन्मूलन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हरसंभव प्रयास किए गए हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि वो आज टीबी उन्मूलन के लिए कोशिशों को दोगुना करने का संकल्प लें ताकि आने वाली पीढ़ियां इस बीमारी से मुक्त दुनिया में रह सकें.
कर्मचारियों की सरहानाराज्यपाल ने कायाकल्प कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान देने वाले स्वास्थ्य कर्मियों, प्रशासकों और सहायक कर्मचारियों की सराहना की. उन्होंने आईआरएल प्रयोगशाला को दक्षता प्रमाण पत्र और दिन के लिए आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए.
टीबी को लेकर जागरूकताटीबी उन्मूलन पर एक लघु फिल्म और टीबी से ठीक हुए एक मरीज का विवरण भी दिखाया गया, जिसमें शीघ्र पहचान और उपचार के महत्व पर प्रकाश डाला गया. आयुक्त-सह-सचिव (स्वास्थ्य) सुमंत सिंह ने कहा कि मणिपुर ने 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान में राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जो इस खतरनाक बीमारी को खत्म करने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
‘हम होंगे कामयाब’उन्होंने कहा कि चिकित्सा प्रौद्योगिकी में प्रगति के साथ, न्यूक्लिक एसिड एम्पलीफिकेशन टेस्टिंग (एनएएटी) जैसे परीक्षण के नए और प्रभावी तरीके विकसित किए गए हैं, जो टीबी का पता लगाने में उच्च संवेदनशीलता और विशिष्टता सुनिश्चित करते हैं. मणिपुर राज्यपाल ने उम्मीद जताई कि सामुदायिक जुड़ाव और भागीदारी के साथ, टीबी को खत्म करने का अभियान और भी सफल होगा.
टीबी के लक्षण
1. लगातार खांसी (3 हफ्ते से ज्यादा)2. खांसी में खून आना3. सीने में दर्द4. तेज बुखार5. रात में अधिक पसीना आना6. अचानक वजन कम होना7. भूख न लगना8. थकान और कमजोरी9. सांस लेने में कठिनाई10. गांठें या सूजन (गर्दन, बगल, या जांघ में)
अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
(इनपुट-आईएएनएस)
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.