कानपुर. 40 महीने से अपने वेतन के लिए संघर्ष कर रहे लाल इमली के कर्मचारियों की आंखों से उस वक्त आंसुओं की धार बहने लगी, जब उन्हें पता चला कि उनका संघर्ष अब सफल हो गया है. अब उन्हें उनका बकाया वेतन मिलेगा. जी हां, इस बार के केंद्रीय बजट 2023 में ब्रिटिश इंडिया कॉरपोरेशन की मिल लाल इमली के कर्मचारियों के वेतन मद में 100 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है.ब्रिटिश इंडिया कॉरपोरेशन की लाल इमली ने कानपुर को मैनचेस्टर ऑफ ईस्ट का दर्जा दिलाया था. यहां बने ऊनी कपड़ों की देश ही नहीं विदेशों तक मांग थी और इनका डंका बजता था. लेकिन अचानक जब यह मिल बंद हुई, तो यहां के कर्मचारियों का रोजगार छिन गया और वे 40 महीनों से अपने वेतन के लिए संघर्ष कर रहे थे. कर्मचारी भुखमरी की कगार पर पहुंच गए लेकिन उन्हें वेतन नहीं मिला. कानपुर से लेकर दिल्ली तक प्रदर्शन किया. लेकिन उन्हें सिर्फ और सिर्फ आश्वासन ही मिले. वहीं सांसद सत्यदेव पचौरी ने कुछ दिन पहले कर्मचारियों के लिए संसद में भी इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया था. जिसके बाद इस बार के बजट में लाल इमली मिल में कार्यरत रहे मजदूरों के बकाया भुगतान के लिए 100 करोड़ रुपए रखे गए हैं.
कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी ने बताया कि लाल इमली कर्मचारियों को 39 महीनों का बकाया वेतन दिया जाएगा. बजट पास होते ही इन सभी को इनका वेतन मिलेगा. वहीं मजदूर नेता अजय सिंह ने कहा कि वह सांसद सत्यदेव पचौरी को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने हम मजदूरों की बात संसद में उठाई. हम 39 महीने से लगातार सड़कों पर प्रदर्शन करते रहे. तब जाकर हमें हमारा वेतन मिलने की उम्मीद दिखाई दे रही है. लेकिन अभी भी हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा. क्योंकि अभी हमें पूरा वेतन नहीं दिया जा रहा है. 34 महीनों का वेतन दिया जा रहा है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : February 06, 2023, 22:42 IST
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