3000 people in Delhi are affected by virus spreading from pigs if you see these swine flu symptoms get tested | सुअर से फैलने वाले वायरस के चपेट में दिल्ली के 3000 लोग, ये लक्षण दिखे तो तुरंत करवाएं जांच

admin

3000 people in Delhi are affected by virus spreading from pigs if you see these swine flu symptoms get tested | सुअर से फैलने वाले वायरस के चपेट में दिल्ली के 3000 लोग, ये लक्षण दिखे तो तुरंत करवाएं जांच



भारत में स्वाइन फ्लू के मामलों में अचानक तेजी देखी जा रही है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2024 तक 20,000 से अधिक लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और कम से कम 347 लोगों की मौत हो चुकी है. दिल्ली में 3,141 मामले सामने आए हैं, जबकि अन्य राज्यों में भी यह वायरस फैलने की खबरें आई हैं.
 केरल में 2,846, तमिलनाडु में 1,777, महाराष्ट्र में 2,027, गुजरात में 1,711 और राजस्थान में 1,149 मामलों की पुष्टि हुई है. बताया जा रहा है कि आने वाले समय में मामलों की संख्या और भी तेजी से बढ़ सकती है. ऐसे में इसके लक्षणों और बचाव के उपायों को जानना जरूरी है.
इसे भी पढ़ें- स्टैनफोर्ड के एक्सपर्ट का दावा- लाइलाज नहीं अर्थराइटिस, 8 हफ्ते में ठीक हो जाएंगे गठिया के लक्षण, फॉलो करें ये डाइट
 

स्वाइन फ्लू क्या है?
स्वाइन फ्लू एक श्वसन संक्रमण है, जो H1N1 वायरस के कारण होता है. यह वायरस मूल रूप से सूअरों से पैदा हुआ था, लेकिन अब यह मनुष्यों में भी फैलने लगा है. स्वाइन फ्लू के सामान्य लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, ठंड और थकान शामिल हैं. गंभीर मामलों में यह निमोनिया और अन्य श्वसन समस्याएं पैदा कर सकता है.
भारत में क्यों बढ़ रहे स्वाइन फ्लू के मामले?
भारत में फ्लू के संक्रमण सामान्य रूप से जनवरी से मार्च और फिर अगस्त से अक्टूबर के बीच अधिक होते हैं. वर्तमान में, इन्फ्लूएंजा A (H1N1) और इसके उप-प्रकार H3N2 सबसे सामान्य वायरस हैं. मामलों में वृद्धि के कई कारण हो सकते हैं, जैसे: मौसम में बदलाव, कमजोर इम्यूनिटी, टीकाकरण न करवाना.
स्वाइन फ्लू कैसे फैलता है?  
स्वाइन फ्लू का फैलाव सामान्य फ्लू के वायरस की तरह होता है. यह संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या बोलने से निकले श्वसन कणों से वायरस फैलता है. इसके साथ ही वायरस संक्रमित सतहों को छूने से फैल सकता है. और जो लोग फ्लू जैसे लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, उनके साथ समय बिताने से वायरस फैलने का खतरा बढ़ जाता है.
स्वाइन फ्लू से बचाव कैसे करें?
स्वाइन फ्लू से पूरी तरह से बचाव का कोई तरीका नहीं है, लेकिन इन उपायों से जोखिम को कम किया जा सकता है-साबुन और पानी से हाथों को 20 सेकंड तक धोएं. अल्कोहल-बेस्ड हैंड सैनिटाइजर भी प्रभावी होते हैं.खासकर भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें.इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद लें.फ्लू का टीका H1N1 लगवाएं.
ये लक्षण दिखते ही जाएं डॉक्टर के पास 
स्वाइन फ्लू के सामान्य लक्षणों को आसानी से घर में ठीक किया जा सकता है. लेकिन यदि ये गंभीर संकेत नजर आने लगे हैं, तो तुरंत डॉक्टर पास जाएं– सांस लेने में तकलीफ  – छाती में गंभीर दर्द या दबाव  – चक्कर आना  – तीन दिन से अधिक बुखार  – गंभीर उल्टी और निर्जलीकरण  
स्वाइन फ्लू के लिए दवाइयां 
स्वाइन फ्लू के उपचार के लिए ओसेल्टामिविर (Tamiflu) और जानामिविर (Relenza) जैसी एंटीवायरल दवाइयां होती हैं. ये दवाइयां इंफेक्शन के लक्षणों की गंभीरता और अवधि को कम करने में मदद करती हैं, लेकिन इन्हें डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए.
इसे भी पढ़ें- बेड पर जाने से पहले पिएं जीरा का पानी, शरीर से नौ दो ग्यारह हो जाएंगी ये 5 परेशानी
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 
 



Source link