हाइलाइट्सकाशी के ज्योतिषाचार्य स्वामी कन्हैया महाराज के मुताबिक, 25 अक्टूबर शाम 4:29 पर सूर्यग्रहण स्पर्श होगा. ग्रहण का मध्यकाल सुबह 5:14 और मोक्ष शाम 5:42 पर होगा. ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतककाल शुरू होता है. इसीलिए 27 साल बाद इस बार दीपावली के दूसरे दिन नहीं, बल्कि तीसरे दिन अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा.रिपोर्ट : अभिषेक जायसवाल
वाराणसी. धर्मनगरी काशी में इस बार दीपावली (Dipawali) के दूसरे दिन नहीं, बल्कि तीसरे दिन अन्नकूट महोत्सव (Annakut festival) मनाया जाएगा. दीपावली के अगले दिन खंडग्रास सूर्यग्रहण के कारण ऐसा संयोग बन रहा है. ज्योतिषियों की मानें तो करीब 27 वर्ष बाद इस साल यह परंपरा टूटने वाली है, जब दीपावली के तीसरे दिन अन्नकूट महोत्सव और गोवर्धन पूजा मनाई जाएगी. 25 अक्टूबर को मंदिर के कपाट बंद होने के बाद ही लड्डुओं का मंदिर बनेगा. दरअसल, इस साल दीपावली के एक दिन बाद यानी 25 अक्टूबर को खंडग्रास सूर्यग्रहण लग रहा है, जिसका प्रभाव भारत पर भी पड़ रहा है.
काशी (Kashi) के ज्योतिषाचार्य स्वामी कन्हैया महाराज ने बताया कि 25 अक्टूबर की शाम 4 बजकर 29 मिनट पर सूर्यग्रहण स्पर्श होगा. ग्रहण का मध्यकाल सुबह 5 बजकर 14 मिनट और मोक्ष शाम 5 बजकर 42 मिनट पर होगा. सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतककाल की शुरुआत होती है. सूतककाल में तमाम देवालय बंद होते हैं. जिसके कारण इस बार देवालयों में दीपावली के दूसरे दिन नहीं, बल्कि तीसरे दिन अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा.
जानिए क्या है परंपरा
परंपराओं के मुताबिक, वाराणसी में अन्नकूट महोत्सव बेहद ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन वाराणसी के सभी छोटे-बड़े देवालय 56 व्यंजनों से सजाए जाते हैं. काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) और अन्नपूर्णा मंदिर (Annapurna Devi) में यह आयोजन बड़ी ही धूमधाम से किया जाता है. लेकिन इस बार सूर्यग्रहण के कारण ये महोत्सव 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा. बताते चलें कि अन्नकूट महोत्सव की झांकी देखने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा अन्नपूर्णा मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ होती है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Solar eclipse, UP news, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : October 12, 2022, 12:42 IST
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