बागपत. बागपत के बालैनी दत्तनगर मार्ग पर स्थित बाबा चकबंदी वाले मंदिर का अपना एक अलग इतिहास है. यहां हर भक्त की मुराद पूरी होती है. यह मंदिर करीब 250 वर्ष पुराना है, जहां चकबंदी वाले नाग देवता की पूजा अर्चना करने वालों की भीड़ लगी रहती है. यहां होली, दीपावली व अन्य त्यौहारों पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है और विशाल मेले का आयोजन भी किया जाता है.
मंदिर के पुजारी नरेंद्र पंडित ने बताया कि यह मंदिर 250 वर्ष पुराना है. दत्तनगर बालैनी मार्ग पर इस मंदिर की एक विशेष ही मान्यता है, यहां दूर-दराज से लोग अपनी मन्नत लेकर पहुंचते हैं और सभी की मुरादें पूरी होती हैं. यहां राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल, छत्तीसगढ़, पंजाब व अन्य प्रदेशों से लोग पहुंचते हैं और बाबा के सामने अपनी मुराद मांगते हैं और उनकी मुराद पूरी हो जाती है.
नाग देवता से जूड़ी है ये मान्यता
स्थानीय निवासी मदन सिंह ने बताया कि एक किसान इस स्थान पर हल चला रहा था. तभी एक नाग देवता हल से घायल हो गए और किसान के पास बहुत सारे नाग देवता इकट्ठा हो गए और उस किसान के साथ-साथ अन्य किसानों को भी खेतों में हल नहीं चलाने दिया. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने नाग देवता की पूजा अर्चना की. महिलाओं ने और पुरुषों ने मिलकर एक यज्ञ का आयोजन कराया. यज्ञ के बाद नाग देवता को जल देने के लिए जब घरों से पानी डाला गया, तो लाखों घड़े पानी भी गड्ढे से बाहर नहीं निकल पाया. जिसके बाद लोगों की आस्था बननी शुरू हो गई और चकबंदी वाले बाबा के स्थान की मान्यता शुरू हो गई. काफी समय तक यहां ऐसे ही चला और आज यहां भव्य मंदिर तैयार हो गया है.
कई प्रदेश से पहुंचते हैं श्रद्धालु
इस मंदिर में देश के साथ विदेश से भी यहां श्रद्धालु आते हैं. आस-पास के लोग जो विदेशों में रहते हैं वह भी यहां आते हैं और बाबा के दर्शन करते हैं.
Tags: Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : November 10, 2024, 08:12 ISTDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.