230 साल पुराना है गोरखपुर का ये मंदिर, खाटू श्याम के होंगे दर्शन, पाल वंश से जुड़ा है इतिहास

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230 साल पुराना है गोरखपुर का ये मंदिर, खाटू श्याम के होंगे दर्शन, पाल वंश से जुड़ा है इतिहास



रजत भट्ट/गोरखपुर: गोरखपुर में कई ऐसे पुराने मंदिर है जो आज भी लोगों के आस्था का केंद्र बने हुए हैं. मंदिर कितने भी पुराने हो जाए फिर भी लोगों की आस्था वहां बसी रहती है. शहर में भी कई ऐसे मंदिर मौजूद है जो सालों पुराने हैं. इन मंदिरों को रंग रोगन लगाकर, मरम्मत कर उन्हें फिर से नया जैसा कर दिया जा रहा है. शहर में मौजूद करीब 230 साल पुराना एक मंदिर जिसे कालीबाड़ी के नाम से जाना जाता है. बताया जाता है इस मंदिर की स्थापना पाल वंश के समय में की गई थी. शहर में यह एकलौता ऐसा मंदिर है जहां खाटू श्याम विराजमान है.

गोरखपुर में मौजूद कालीबाड़ी मंदिर की स्थापना मुगल काल में की गई थी. बताया जाता है कि मुगल फौज के सिपाह सलाहकार फणींद्र नाथ सान्याल ने 18वीं सदी के आस-पास की थी. उन दिनों फणींद्र नाथ गोरखपुर में नियुक्त थे. तभी उनकी नजर पकड़ी के पेड़ के नीचे मां काली की प्राचीन मूर्ति पर पड़ी थी. इसके बाद उन्होंने मूर्ति की पूजा अर्चना करना शुरू की और नौकरी त्याग दी. पुस्तक ‘आईने गोरखपुर’ के मुताबिक उन्होंने पकड़ी के पेड़ के पास ही 1786 में कालीबाड़ी मंदिर का निर्माण कराया. वही मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठान कराया गया.  पुरातत्वविदों के अनुसार मंदिर मे स्थापित मां काली की मुर्ती पाल वंश के शासन काल की है.

नवरात्र में होती है जबरदस्त भीड़गोरखपुर के रेती चौक पर मौजूद कालीबाड़ी मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है. मंदिर में मुख्य रूप से माता काली विराजमान है. साथ ही कई देवी-देवताओं का यहां वास है. लेकिन नवरात्र के महीनों में यहां जबरदस्त भीड़ होती है और श्रद्धालुओं की सुबह से शाम तक लाइने लगी रहती है. मंदिर के महंत रविंद्र दास बताते हैं कि यह, कालीबाड़ी जिले का पहला सरकारी अखाड़ा भी था. यहां से बड़े-बड़े पहलवान राष्ट्रीय स्तर के लिए निकल चुके हैं. मास्टर चंदगी राम, सतपाल, पन्नालाल, अक्षयवर सिंह, कपिल देव सिंह, जैसे पहलवानों का नाम भी इस अखाड़े से जुड़ा हुआ है.

इसी मंदिर में होंगे खाटू श्याम के दर्शनगोरखपुर में रेती चौक पर मौजूद कालीबाड़ी मंदिर में  कई साल पुराने देवी-देवता विराजमान है. सुबह-शाम यहां श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ लगती है. लेकिन शहर में यह एकलौता ऐसा मंदिर है जहां खाटू श्याम विराजमान है. शहर के लोगों को अगर खाटू श्याम के दर्शन करने होते हैं तो उन्हें कालीबाड़ी मंदिर आना होता है. यहां मंदिर के फर्स्ट फ्लोर पर खाटू श्याम को विराजमान किया गया है साथ ही सुबह शाम भगवान की पूजा आरती की जाती है.
.Tags: Gorakhpur news, Local18, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : July 29, 2023, 15:25 IST



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