Team India, News: भारतीय क्रिकेट टीम में एक ऐसा धाकड़ खिलाड़ी मौजूद है जो 2023 वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया के लिए 2027 का वर्ल्ड कप भी खेल सकता है. 2027 का वर्ल्ड कप साउथ अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया की संयुक्त मेजबानी में खेला जाएगा. बता दें कि भारत को साल 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जिताने वाले खिलाड़ियों में एक से बढ़कर एक मैच विनर शामिल थे. 2011 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच खेलने वाली टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा रहे 11 में से 10 खिलाड़ी अब संन्यास ले चुके हैं, लेकिन एक खिलाड़ी ऐसा भी है, जो टीम इंडिया के लिए अभी तक क्रिकेट खेल रहा है और ये खिलाड़ी भारत के लिए 2027 का वर्ल्ड कप भी खेलेगा.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
भारत के लिए 2027 का वर्ल्ड कप भी खेलेगा ये दिग्गज खिलाड़ी!टीम इंडिया के लिए 2011 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच खेलने वाला ये खिलाड़ी 2023 ही नहीं, बल्कि 2027 का वनडे वर्ल्ड कप भी खेल सकता है. अगर वर्ल्ड कप 2011 का फाइनल खेलने वाली टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन की बात करें तो इसमें वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, गौतम गंभीर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी, युवराज सिंह, सुरेश रैना, हरभजन सिंह, जहीर खान, मुनाफ पटेल और एस श्रीसंत शामिल थे. इनमें से 10 खिलाड़ियों ने संन्यास ले लिया है, सिर्फ विराट कोहली ही एकमात्र खिलाड़ी हैं, जो अभी भी इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहे हैं.
गेंदबाज खाते हैं खौफ
विराट कोहली ने साल 2008 में अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज किया था. विराट कोहली भारत के लिए अभी तक साल 2011, 2015 और 2019 का वनडे वर्ल्ड कप खेल चुके हैं. विराट कोहली की फॉर्म और फिटनेस ऐसी है कि वह 2023 ही नहीं, बल्कि 2027 का वनडे वर्ल्ड कप भी खेल सकते हैं. विराट कोहली इस समय 34 साल के हैं और 2027 के वर्ल्ड कप के दौरान वे 38 साल के होंगे. मौजूदा फिटनेस को देखा जाए तो विराट कोहली आराम से उस 2027 वर्ल्ड कप का भी हिस्सा हो सकते हैं और भारत के लिए पांच वर्ल्ड कप खेल सकते हैं.
टीम इंडिया ने एक बार फिर इतिहास रच डाला
विराट ने अभी तक 2011, 2015 और 2019 का वनडे वर्ल्ड कप खेला है और वे भारत की इस टीम के एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्होंने पिछले तीनों वनडे वर्ल्ड कप खेले हैं और चौथा भी भारत में 2023 में होने वाले वर्ल्ड कप में खेलने वाले हैं. 2011 का क्रिकेट वर्ल्ड कप भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश की संयुक्त मेजबानी में खेला गया था. 1983 में भारत ने पहली बार चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया था. उसके 28 साल बाद टीम इंडिया ने एक बार फिर इतिहास रच डाला. इसके साथ ही भारतीय टीम वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बाद तीसरी ऐसी टीम बनी, जो दो या इससे अधिक बार खिताब पर कब्जा करने में सफल रही.