कृष्ण गोपाल द्विवेदी/बस्ती. 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. इन दिनों में लोग मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा करते हैं. बस्ती के ऐतिहासिक बलुआ समय माता के मन्दिर में भक्त बड़ी संख्या में दर्शन और अनुष्ठान के लिए जाते हैं. यूं तो साल भर यहां भक्तों का आना लगा रहता है, लेकिन खासतौर से नवरात्रों के दौरान दूर-दूर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां माथा टेकने पहुंचते हैं. मान्यता है कि जो भी कुछ मुरादे श्रद्धालुओं द्वारा समय माता से मांगी जाती है वो जरुर पूरी होती है.
बस्ती ज़िला मुख्यालय से करीब 18 किलोमीटर की दूरी पर दुबौलिया ब्लॉक क्षेत्र में स्थित सामान्य शैली में बना इस मन्दिर का इतिहास 200 वर्ष से भी अधिक पुराना है. मान्यता है की मां से जो भी मुरादे मांगी जाती हैं वो जरूर पूरी होती हैं. इसलिए श्रद्धालु दूर-दूर से मां से मुरादे मांगने यहां आते हैं और मुरादे पूरी होने पर माता को हलवा पूड़ी भोग लगाते हैं.
नवरात्रों में पहुंचते हैं लाखों श्रद्धालुपुजारी पण्डित जगदम्बा प्रसाद ने बताया कि यहां पर स्थानीय लोगों के साथ-साथ दूरदराज से प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. लेकिन मंगलवार और नवरात्रि के दिन यहां विशेष तौर पर ज्यादा श्रद्धालु आते हैं और जो भी कुछ माता से मांगते हैं वो जरुर पूरी होती है. यहां हर मंगलवार पूरे नवरात्रि में एक भव्य और दिव्य मेला भी लगता है.
पूरी होती है मनोकामनास्थानीय अशोक कुमार ने बताया कि दो सौ वर्ष पूर्व कुछ लोग यहां भैंस चराने आए थे तभी झाड़ी में उन्हें ये मन्दिर दिखाई दिया. फिर लोगों के पशुओं की जब भी तबियत बिगड़ी थी तो लोग यही आते थे और ठीक हो जाते थे. बाद में अन्य लोग भी आने लगे और बलुआ समय माता ने सभी की मुरादे पूरी की.
.Tags: Basti news, Local18, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : October 14, 2023, 20:18 IST
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