Unique Cricket Records: क्रिकेट में गेंदबाज के लिए किसी भी फॉर्मेट में विकेटों का शतक लगाना बड़ी उपलब्धि होती है. लेकिन मायने ये रखता है कि गेंदबाज कितने मैच में ये कारनामा करता है. अगर हम कहें कि महज 14 मैच में किसी खिलाड़ी ने 114 विकेट झटक दिए थे तो शायद ही किसी को विश्वास हो. लेकिन आज हम इसी रिकॉर्ड की बात करने जा रहे हैं. एक ऐसा गेंदबाज जिसे टीम में तरजीह ही नहीं दी जाती थी. छुआ-छूत का सामना तक इस खिलाड़ी को करना पड़ा था. लेकिन जब इस खिलाड़ी ने ये कारनामा किया तो सारा क्रिकेट जगत इस फिरकी मास्टर का मुरीद था.
क्रिकेट में कैसे हुई एंट्री?
हम बात कर रहे हैं पालवंकर बालू की, जिनकी अजीबोगरीब अंदाज में क्रिकेट में एंट्री हुई. वह साल 1892 था जब 17 साल का लड़का पूना के क्रिकेट क्लब में काम करता था, यही थे पालवंकर बालू जिन्हें पिच रोलिंग, नेट्स लगाना और घास की देखभाल करने की जिम्मेदारी मिली थी. लेकिन एक इंग्लिश खिलाड़ी जेजी ग्रेग को नेट्स में प्रैक्टिस के लिए कोई गेंदबाज नहीं मिला तो उन्होंने पालवंकर को बॉलिंग करने को कह दिया. अपनी गेंदबाजी के दम पर उन्होंने भारतीय हिंदू टीम में जगह बनाई जहां दलित होने के कारण उन्हें काफी भेदभाव झेलना पड़ा.
विदेशी जमीन पर कर दिया चमत्कार
साल 1911 में टीम इंडिया का इंग्लैंड दौरा हुआ. बालू को भी काउंटी टीमों के खिलाफ खेलने के लिए भारतीय टीम में जगह मिली. भारतीय टीम की हालत बेहद नाजुक नजर आई थी. लेकिन पावलंगर बालू ने यहां अंग्रेजों को उंगलियों पर नचा डाला. टीम ने 14 मैच में से 2 मैच भारतीय टीम ने जीते जबकि 2 ड्रॉ रहे. लेकिन बालू सभी के हीरो बन चुके थे क्योंकि उन्होंने इन 14 मैच में 114 विकेट लेकर इतिहास कायम कर दिया था.
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इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे तेज 100 विकेट
इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे तेज 100 विकेट का रिकॉर्ड इंग्लैंड के जी.ए लोमेन के नाम है. उन्होंने 100 विकेट लेने का कारनामा महज 16 मैच में कर दिखाया था. यह रिकॉर्ड सालों से कायम है, अभी तक इंटरनेशनल क्रिकेट में कोई भी गेंदबाज इस रिकॉर्ड के आस-पास भी नहीं नजर आया है.