Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक्स 2024 के आगाज में महज 10 दिन से भी कम समय बचा है. भारत के 124 साल पुराने ओलंपिक्स के इतिहास में साल-दर-साल मेडल्स का स्तर बढ़ता नजर आया. टोक्यों ओलंपिक्स 2020 भारत के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ जब एथलीट्स ने 7 मेडल जीतकर देश का नाम रौशन किया. लेकिन अबकी बार 10 पार की तैयारी है. मेगा इवेंट में भाग लेने वाले 117 खिलाड़ी कमर कस चुके हैं. पिछले 124 साल में भारत के नाम अबतक 35 मेडल हैं.
ओलंपिक्स में हॉकी से बड़ी उम्मीद
ओलंपिक्स के इतिहास में सबसे सफल हॉकी साबित हुआ है. इंडियन हॉकी टीम ने भारत को लगभग हर बार गुच्छों में मेडल जीते हैं. इस बार भी हॉकी टीम चरम पर नजर आ रही है. इतिहास में हॉकी टीम अभी तक 8 गोल्ड मेडल जीत चुकी है. 1928 से लेकर 1956 तक हॉकी टीम ने लगातार 6 गोल्ड मेडल जीते थे. 124 साल के इतिहास में भारत के नाम 10 गोल्ड मेडल हैं जिसमें 8 हॉकी टीम जीत चुकी है. बाकी दो गोल्ड मेडल व्यक्तिगत खेलों में आए, जो भाला फेंक प्रतिस्पर्धा में नीरज चोपड़ा (2020) और मेंस 10 मीटर राइफल शूटिंग में अभिनव बिंद्रा (2008) ने जीते हैं.
भारत ने कब जीता था पहला गोल्ड
भारत ने ओलंपिक खेलों में 1948 में पहला गोल्ड मेडल जीता था. इस दौरान हॉकी टीम ने ग्रेड ब्रिटेन के खिलाफ फाइनल में 4-0 से ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. वहीं, व्यक्तिगत खेलों में पहला मेडल 1952 में आया, रेसलर केडी जाधव ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था. व्यक्तिगत खेलों में गोल्ड मेडल का सूखा 2008 में खत्म हुआ. अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग में हुए खेलों में 10 मीटर एयर राइफल में यह मेडल जीता था.
अबकी बार 10 पार
भारतीय खिलाड़ियों का फोकस पेरिस ओलंपिक्स 2024 में 10 पार पर होगा. 2020 ओलंपिक्स 7 मेडल के साथ भारत के लिए सबसे सफल है. लेकिन इस बार भारतीय खिलाड़ी इतिहास पलटने की फिराक में होंगे. सभी की नजरें स्टार नीरज चोपड़ा पर होंगी, जिन्होंने हाल ही में फेडरेशन कप में कमाल दिखाया और गोल्ड मेडल जीता था.