सनन्दन उपाध्याय, बलियाः10 साल बाद जिला अस्पताल रोड में अपने भूले हुए पति को पहचान कर भावुक हुई महिला के मामले में नया मोड़ आया है. महिला ने अब उस व्यक्ति को अपना पति मानने से इंकार कर दिया है. महिला का कहना है कि मैं 10 सालों से बिछड़े पति के तलाश में पागल सी हो गई थी. बलिया जनपद के सुखपूरा थाना क्षेत्र के देवकली गांव निवासी मोतीचंद अपने ससुर के साथ नेपाल अपने दिमाग का इलाज कराने गए थे और वही से गुम हो गए थे.
मोतीचंद की पत्नी जानकी का कहना है कि वह अपना इलाज कराने के लिए ई रिक्शा से जिला अस्पताल जा रही थी. तभी अस्पताल रोड में एक विक्षिप्त व्यक्ति दिखाई दिया और मुझे लगा कि वह मेरे पति हैं. जिसके बाद मैं ई-रिक्शा से उतर कर देखने लगी तो मुझे लगा कि वह मेरे पति है. तो मैंने अपने बच्चों को फोन करके बुलाया और पति की पहचान कराई. उसे अपने घर ले आई सभी रिश्तेदारों को बुलाया गया गांव वाले आए तो वह मेरे पति ही निकले.
ठीक 24 घंटे बाद जानकी देवी का कहना है. कि यह हमारे पति नहीं है. क्योंकि उनके शरीर पर घाव का निशान था, वह नहीं मिल रहा है.
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने क्या कहाग्राम प्रधान प्रतिनिधि का कहना है कि हमारे गांव में लगभग 10 साल पहले मोती चंद वर्मा गायब हो गए थे. उनकी पत्नी कल जिला चिकित्सालय गई थी. उसी से मिलता जुलता एक व्यक्ति मिला था. जिनको समझी कि हमारा पति हैउसे घर लेती आई है. गांव वालों से पहचान कराई तो उसके पति से मिलता-जुलता चेहरा था. लेकिन आज दाढ़ी बनाया गया तो उनका चेहरा अलग दिखा.
देवकाली के मोतीचंद वर्मा सिकरहटा के निकले राहुलफिर इनके बारे में पता लगाया गया तो देवकली के मोतिचंद नगरा थाना क्षेत्र के राहुल निकले. जिसके बाद राहुल के परिजनों से गांव के प्रधान और कुछ लोगों ने संपर्क किया. राहुल के परिजनों को बुलाकर उनको सुपुर्द कर दिया. वही राहुल के परिजन का कहना है कि लगभग एक महीने से गायब थे. हम लोग काफी प्रयास किए. और नगरा थाना में भी एप्लीकेशन दिए थे. लेकिन कोई पता नहीं चल सका. जो आज देवकली गांव में मीडिया के माध्यम से मिले हैं. इनका नाम राहुल है.
.Tags: Balia, Local18, UP news, Viral videoFIRST PUBLISHED : July 30, 2023, 12:05 IST
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