10 health problems can occur due to long working hours in office

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10 health problems can occur due to long working hours in office



10 health problems from Working Long Hours: आजकल Long Work Hour और Productivity के बारे में चर्चाएं तेज हो गई हैं. बड़ी-बड़ी कंपनियां या स्टार्टअप्स भी Long Work Hour को बढ़ावा दे रही है, जो कि एम्प्लॉइज के लिए खतरनाक साबित हो रहा है. इस स्थिति में लोगों को आराम करने का समय मुश्किल से मिल पा रहा. काम और आराम के बीच बैलेंस न होने के कारण व्यक्ति शरीर, मन और आत्मा से कमजोर हो जाता है, जिससे उन्हें गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम भी हो सकते हैं. 
 
मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर डालता है बुरा असर
लंबे समय तक काम करने का सीधा असर व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है. इससे शरीर भयंकर तनाव, थकान और इन एक्टिविटी का शिकार महसूस करता है. इसके साथ-साथ ये मानसिक कार्यक्षमता पर भी असर डालता है. लंबे समय तक काम करने से दिल की बीमारियां, स्ट्रोक और डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है. इस खबर में हम आपको ऐसी बीमारियों के बारे में बताएंगे, जो लंबे समय तक काम करने से हो सकती हैं.
 
Long work Hours के कारण हो सकती है ये 10 बीमारियों
मानसिक कार्यक्षमता में कमी: लंबे समय तक काम करने से मानसिक कार्यक्षमता में कमी आ सकती है. ऐसी स्थिति में मानसिक थकान, ध्यान की कमी और फैसला लेने में कठिनाई हो सकती है. लंबे समय तक ऐसा करने से गंभीर मानसिक समस्याएं जैसे चिंता, अवसाद और बर्नआउट का खतरा बढ़ जाता है.
 
वीक इम्यून सिस्टम: लंबे समय तक काम करने से आपकी इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकती है, जिससे कई बीमारियों और संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है. लंबे तनाव से इम्यूनिटी कमजोर हो जारी है.
 
नींद की समस्याएं: लंबे समय तक काम करने से नींद की समस्याएं हो सकती हैं. अनिद्रा, दिन में थकान और अन्य नींद से जुड़ी समस्याएं इसमें शामिल हैं. वहीं अगर ऐसा लंबे समय तक चला, तो मानसिक कार्यक्षमता में गिरावट, मूड में बदलवा और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है.  
 
हार्ट से जुड़ी बीमारियां: लौंग वर्क ऑवर हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है. इससे दिल का दौरा, स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेशर जैसे दिक्कतें हो सकती हैं. लंबे समय तक बैठे रहने से तनाव और शारीरिक गतिविधि की कमी हो जाती है, जो इस बीमारियों का कारण बन सकती हैं. 
 
मांसपेशियों और जोड़ की समस्याएं: लंबे समय तक बैठकर काम करने से मांसपेशियों और जोड़ों में तकलीफ हो सकती है. ऐसे लोगों में पीठ दर्द, गर्दन में खिंचाव और कार्पल टनल सिंड्रोम जैसे शिकायत देखी गई है. 
 
पाचन संबंधी समस्याएं: लंबे समय तक काम करने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे आयरिटेबल बाउल सिंड्रोम, एसिड रिफ्लक्स और पेट के अल्सर. तनाव, खराब खानपान और शारीरिक गतिविधि की कमी इन समस्याओं का कारण हो सकते हैं.
 
मूड में बदलाव: लौंग वर्क ऑवर आपके मूड पर बूरा प्रभाव डाल सकता है. ऐसी स्थिति में चिंता, अवसाद और चिड़चिड़ापन होने लगती है. लगातार अगर लौंक वर्क ऑवर में आप काम कर रहे हैं तो इससे थकान, निराशा और बर्नआउट की फीलिंग्स भी हो सकती है. 
 
डायबिटीज: लंबे समय तक बैठ कर काम करने वाले लोगों में टाइप 2 डायबिटीज के केसेस देखें गए हैं. वहीं डायबिटीज के मरीजों के लिए लौंग वर्क ऑवर खतरे को बढ़ा सकता है. लंबे समय तक बैठना, खराब खानपान और शारीरिक गतिविधि को कमी से डायबिटीज, मेटाबोलिक सिंड्रोम जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाती है. 
 
रिप्रोडक्टिव प्रॉब्लम: लंबे समय तक काम करने से रिप्रोडक्टिव प्रॉब्लम हो सकती हैं, जैसे बांझपन, गर्भपात और जन्म दोष. लौंग वर्क ऑवर से तनाव हो सकता है, जिससे हार्मोनल असंतुलन हो जाता है, जो कि फर्टिलिटी और प्रेगनेंसी से जुड़ी समस्याएं पैद कर सकती है. 
 
प्रीमेच्योर एजिंग: लंबे समय तक काम करने से उम्र से पहले बुढ़ापे के लक्षण दिखने लगते हैं, जैसे झुर्रियां, सफेद बाल और उम्र से संबंधित बीमारियां. तनाव उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को तेज कर सकती है. 
 
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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